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Ramadan 2021: पवित्र महीने के दौरान इन आदतों से जरूर करें परहेज, सेहत के लिए हैं नुकसानदेह

Ramadan 2021: पवित्र महीने के दौरान इन आदतों से जरूर करें परहेज, सेहत के लिए हैं नुकसानदेह

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> रमजान का महीना बहुत तेजी से गुजर रहा है और इस दौरान हम खुद को महीने के मुताबिक ढाल नहीं पाते हैं। हमें रूटीन तो बेहतर बनाने का समय नहीं मिलता। इसलिए रमजान से पहले मंसूबा बंदी करना जरूरी है। चंद नुकसानदेह आदतों से छुटकारा हासिल करना निहायत जरूरी है। हालांकि, अभी भी रमजान का आधा महीना गुजर रहा है। इसके खराब आदतों के बावजूद कुछ बदलाव लाए जा सकते हैं। रमजान के महीने में सबसे ज्यादा नींद का समय खराब होता है। उसका असर हमारी दैनिक दिनचर्या पर पड़ता है। अक्सर लोग रमजान में हर समय नींद्रा अवस्था में नजर आते हैं जबकि वक्त रहते समस्या का हल निकाला जा सकता है। & nbsp;

रात भर जागना, सेहती या इतर के बाद तत्काल सोना
विशेषज्ञ किसी भी भोजन खाने के फौरन बाद सोने को मना करते हैं। ये इंसानी सेहत के लिए नुकसानदेह इस्तेमाल कही जाती है। रमजान में ये इस्तेमाल इसलिए ज्यादा नुकसानदेह साबित होता है क्योंकि हमारे शरीर को खाना बहुत देर बाद मिलता है, जिसे पचाने और अवशोषित होने में लगता है। इस प्रयुक्त से कब्ज, गैस, थकान, कमजोरी बढ़ जाती है। हो सकता है वजन में इजाफा और दिल की बीमारी का भी सामना करना पड़ता है। & nbsp;

कैफीन युक्त चाय का इस्तेमाल बढ़ा देना
कुछ लोग खुद को कोजा रखने या सेहरी तक जेने के लिए कॉफी या चाय की मदद लेते हैं। रमजान के दौरान कैफीन का ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदेह साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा कॉफी या चाय पीने से शरीर में संचित पानी का स्राव होता है और इंसान बहुत जल्द डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकता है। & nbsp;

सक्रिय न रहना
रमजान के दौरान खुद को सक्रिय नहीं रखना या चहलकदमी न करना एक नुकसानसानेदह इस्तेमाल किया गया है। रमजान के महीने में व्यायाम के दोगुने फायदे हासिल होते हैं, जबकि सबसे बढ़ कर इंसान खुद को सक्रिय और चुस्त महसूस करता है और भोजन भी आसानी से पचता है।

सेहरी के बिना रोजा रखना
सेहरी के वक्त सुबह-सबेरे उठना सभी लोगों के लिए आसान नहीं होता है। लेकिन सेहरी खाए बिना रोजा रखना अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सेहरी के जब उठना और सेहरी कर रोजा रखना एक सेहमंद प्रयुक्त होता है। सेहरी खाने से इंसानी शरीर की साइकिल स्वभाव और शोधन तंत्र बेहतर तरीके से काम करते हैं। & nbsp;

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