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UP Panchayat Election: लोग बोले- आज भी गुलामों की तरह जी रहे हैं, दबंगों ने नहीं करने दिया वोट 

UP Panchayat Election: लोग बोले- आज भी गुलामों की तरह जी रहे हैं, दबंगों ने नहीं करने दिया वोट 

by Sneha Shukla

रायबरेली: चुनाव आयोग यूपी में चल रही त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को निष्पक्ष तरीके से प्रदान करने के लिए अधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश जारी कर रहा है। साथ ही जिन कंधों पर इस चुनाव को पूरा करने की जिम्मेदारी है, उन्हें समय-समय पर फीडबैक भी लिया जा रहा है। लेकिन, गांवों में आज भी दशकों पुरानी सामंतवादी राजनीति चल रही है।

थानेदार ने शिकायत नहीं सुनी
ताजा मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर उस समय देखने को मिला जब हाथों में तख्तियां लिए लगभग 50 से ज्यादा महिलाएं और पुरुष नारेबाजी करते हुए नजर आए। इन लोगों का आरोप है कि पिछले सात दशकों से उनके यहाँ एक ही परिवार में प्रज्ञा और ब्लॉक प्रमुखी है। इस बार लोगों ने अपने बीच के व्यक्ति को प्रधान का चुनाव लड़ाने का फैसला लिया तो दांव नहीं करने दिया गया, साथ ही मारपीट करने के साथ बेइज्जत भी किया। शिकायत थानेदार ने नहीं सुनी है, आज भी गुलामों की तरह जी रहे हैं। मामला जगतपुर थाना क्षेत्र के सौंधुमती ग्राम सभा का है।

गुलामों की तरह जी रहे हैं
हाथों में “हमे दबंगों से आजादी चाहिए” और “हम सत्तर साल से गुलाम है” लिखी तख्तियों के बारे में नारेबाजी कर रहे लोग जगतपुर थाना क्षेत्र के ताजपुर थाना क्षेत्र के सांधु कुंवा ग्राम सभा के ठहरने वाले हैं। ये सभी न्याय की गुहार लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुंचे। इनकी मानें तो देश तो 70 साल पहले आजाद हो गया था लेकिन वो आज भी गुलामों की तरह जी रहे हैं। पहले अंग्रेजो के गुलाम थे और आज सामंतों के।

मारपीट और गाली गलौज की गई
लोगों का कहना है कि साधुंटीवा ग्राम सभा में पिछले सात दशकों से प्रधानी और ब्लॉक प्रमुखी क्षेत्र के एक दबंग सामंती के यहाँ है, जिसकी वजह गांव का विकास नहीं हुआ। इस बार सीट आरक्षित होने पर अपने बीच के एक व्यक्ति को चुनाव में खड़ा किया गया। मतदान के दिन दोपहर के बाद दबंग जबरिया वोटिंग प्रदान करने लगे। विरोध किया तो मारपीट और गाली गलौज की गई। इसकी शिकायत थाने पर की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूरन न्याय मांगने के लिए अधिकारी के पास आना पड़ा है।

वोट नहीं डाला गया
पीड़ित ग्रामीण महिला मंगली का कहना है कि ” मैं वोट डालने गई थी तो वहां गांव के कुछ लोगों ने हमें वोट नहीं डालने दिया। मेरे साथ धक्का-मुक्की की गई, जिससे मेरे हाथ में मोच आ गई। हमने इसकी शिकायत नहीं की थी लेकिन परीक्षण नहीं हुआ। हम लोग न्याय के लिए एसपी कार्यालय आए हैं। ”

मारपीट का मामला सामने आया है
वहीं, पूरे मामले को लेकर सीओ सिटी महिपाल पाठक ने बताया कि मारपीट का मामला सामने आया है। इस क्रम में हमने सीओ डलमऊ से वार्ता की है। प्रार्थना पत्र को वहाँ रेफर कर दिया गया है। वह जांच कर कार्रवाई करेंगे।

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