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माहजोंग में रोज हजारों की संख्या में कोरोनावायरस के नए रोगी सामने आ रहे हैं। उद्धव सरकार ने अधिकारियों को लॉकडाउन को लेकर योजना बनाने का निर्देश भी दे दिया है। इस बीच, महाराष्ट्र में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जनता से टेस्टिंग करवाने की अपील की है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ” आईसीयू और ऑक्सीजन बेड तेजी से भर रहे हैं क्योंकि लोग खराब स्थिति में अस्पतालों में आ रहे हैं। ” उन्होंने समय पर टेस्टिंग नहीं करवाई थी। इसलिए मैं आप सभी से कोरोना की टेस्टिंग करवाने की अपील करता हूं। ”
महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 31,643 नए मामले सामने आए थे, जिनके बाद राज्य में लोगों की संख्या 27,45,518 हो गई। इससे एक दिन पहले महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के 40,414 नए मामले सामने आए थे। राज्य में सोमवार को कोविड -19 के 102 रोगियों की मौत होने के साथ ही अब तक इस वायरस के कारण 54,283 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं।
आईसीयू और ऑक्सीजन बेड तेजी से भर रहे हैं क्योंकि लोग खराब स्थिति में अस्पतालों में आ रहे हैं क्योंकि उनका समय पर परीक्षण नहीं हो रहा है। मैं सभी से परीक्षण करने की अपील करता हूं: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे pic.twitter.com/Nt8nGNu94o
– एएनआई (@ANI) 30 मार्च, 2021
मुंबई, नागपुर सहित कई जिलों में कोरोनावायरस काफी तेजी से फैल रहा है। औरंगा और नागपुर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। नागपुर में 31 मार्च तक लॉकडाउन चलेगा, जबकि andrang में 30 मार्च से 8 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू रहेगा। लॉकडाउन के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं की इजाजत ही होगी। वहीं, पूरे राज्य में नाइट कर्फ्यू भी लागू है। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को ऐसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो।
सीएम के साथ हुई बैठक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले दिनों में बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन की आपूर्ति और वेंटिलेटर पर भारी दबाव होगा और अगर मामलों की संख्या बढ़ रही है तो इनकी कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। है। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी दल एनसीपी ने लॉकडाउन पर उद्धृतव ठाकरे ने अलग राय जाहिर की है।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मुख्यमंत्री से लॉकडाउन के अलावा अन्य विकल्पों को तलाशने के लिए कहा है। मलिक ने कहा किकोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से उन्होंने प्रशासन से लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउन अपरिहार्य है। अगर लोग नियमों का पालन करते हैं तो फिर इससे दूर भी किया जा सकता है।
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