कोरोना की दूसरी लहर से सबसे समर्थित राज्य महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की मेयर ने कहा है कि उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेले से निकलने वाले तीर्थयात्री अपने राज्यों में कोरोनावायरस को “प्रसाद” के रूप में परखेंगे। बृहन्मुथ नगर निगम की महापौर किशोरी पेडनेकर ने यह भी कहा कि वे मुंबई लौटने पर तीर्थयात्रियों को क्वारंटीन करने के बारे में विचार कर रहे हैं। मेयर ने यह भी कहा कि उन्हें अपने क्वारंटीन का खर्च भी उठाना होगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पेडनेकर ने कहा, “कुंभ मेले से अपने-अपने राज्यों में प्रतीक्षा वाले लोग कोरोना को ‘प्रसाद’ के रूप में सूचीबद्ध करेंगे। इन सभी लोगों को अपने-अपने राज्यों में अपने स्वयं के खर्च पर अलग-अलग- थलग किया जाना चाहिए। मुंबई में भी, हम उन्हें उनकी वापसी पर क्वारंटीन में रखने के बारे में सोच रहे हैं।)
#घड़ी | मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर कहती हैं, “कुंभ मेले से लौटने वाले अपने-अपने राज्यों में लौटने वाले कोरोना को ‘प्रसाद’ के रूप में वितरित करेंगे।” pic.twitter.com/P9UBVBv1mN
– एएनआई (@ANI) 17 अप्रैल, 2021
आपको बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ के दिनों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया में इसको लेकर लोग सवाल भी उठा रहे हैं। हालांकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतों से अपील की है कि कोरोना संकट के चलते अब कुम्भ को प्रतीकात्मक ही रखा जाए। उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से फोन पर बातचीत की और सभी संतों का हाल जाना। साथ ही उन्होंने संतों से अनुरोध किया कि अब कुंभ को कोरोना संकट के कारण प्रतीकात्मक ही रखा जाए।
पेडनेकर ने यह भी कहा कि उग्र महामारी के कारण मुंबई में “पूर्ण संस्कार” लागू की जानी चाहिए। पेडनेकर ने कहा कि मुंबई में लगभग 95% लोग कोरोना प्रतिबंधों का पालन कर रहे हैं। सिर्फ 5% लोग ही हैं, जो प्रतिबंधों का पालन नहीं कर रहे हैं, वे दूसरों को परेशान कर रहे हैं। मुझे लगता है कि कोरोनाइरस की मौजूद स्थिति को देखते हुए मुंबई में पूर्ण लॉकडाउन लगा दी जानी चाहिए।
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