<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> अमेरिका की जो बाइडेन सरकार ने गुरुवार को दस रूसी राजनयिकों के हटा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने रूस के करीब 3 दर्जन लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा की। रूस पर पिछले साल हुए अमेरिकी चुनावों में जबरदस्त हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया गया है। रूस पर आरोप है कि उसने अमेरिकी सरकार की गुप्त स्थितियों को हासिल करने की कोशिश की।
पिछले महीने अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिलकर एक अभियान को मंजूरी दी थी, जिससे चुनाव के परिणामों में हेराफेरी की जा सकेगी। हालाँकि यह बात कि पुष्टि नहीं हो सकी कि रूस के राष्ट्रपति इस काम में शामिल हैं या नहीं। इधर, गुरुवार को रूस की 6 ऐसी कंपनियों पर पाबंदी लगाने का एलान किया गया है, जिन्होंने पिछले राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने की कशिश की है। व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि जिन दस राजनयिकों के तटस्थकासन का एलान किया गया है, उनमें रूसी भी भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति पद पर होते हुए चुनाव हारे ट्रम्प
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति थे। उसने अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए हुए चुनाव में हार गए हैं। इसके साथ ही उनका नाम अमेरिका के उन चार राष्ट्रपतियों की लिस्ट में शामिल हो गया है जो राष्ट्रपति पद पर होते हुए चुनाव हार गए। डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में मिली हार के बाद भी उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। वहीं, व्हाइस हाउस ने भी उनके बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था। हालाँकि, बाद में वह अमेरिका को छोड़कर अपने घर में चले गए थे। & nbsp;
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