इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन कोरोना काल में आईपीएल बनाने पर बीसीसीआई पर जमकर भड़के। उन्होंने आईपीएल 2021 को स्वीकार करने के फैसले पर कहा कि यह तो बंद होना ही था। एक तरफ लोग सड़क पर मर रहे हैं और दौरे चल रहे हैं। मंगलवार को बायो बबल के बावजूद आईपीएल खेल हो रही टीमों के खिलाड़ियों और स्टॉफ के कुछ लोगों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद बीसीसीआई ने टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया। हालांकि बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने साफ किया कि टूर्नामेंट टला है रद्द नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के नियत्रंन में आने के बाद बाकी मैच कराए जाएंगे।
हुसैन ने डेली मेल में लिखा कि खिलाड़ी देश में जो कुछ भी हो रहा है, उस पर नज़र नहीं मूंद सकते थे। उनके द्वारा किए जा रहे योगदान और डोनेशन से स्पष्ट है, लेकिन स्थिति की शुद्धता को देखते हुए आईपीएल 2021 को विज्ञापन करना सही है। उन्होंने आगे लिखा कि भारतीय प्रीमियर लीग को बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। कई सारे स्थानों पर बायो सिक्योर बबल के टूटने के बाद तो बिल्कुल नहीं। यह क्रिकेट के खेल से कहीं अधिक बड़ा हो गया है।
उन्होंने आगे लिखा कि खिलाड़ी ना ही मूर्ख हैं और ना ही असंवेदनशील। उन्हें पूरी जानकारी थी कि भारत में क्या चल रहा है। उन्होंने टेलीविजन पर लोगों को अस्पताल में बिस्तर के लिए और ऑक्सीजन के लिए गुहार लगाते देखा। उन्होंने देखा कि क्रिकेट ग्राउंड के बाहर एकरेंस को बिना उपयोग के खड़े हुए देखा। उन्हें लगता है कि यह सही समय है कि खेल को जारी रखा जाएगा। वे सभी इस बात को लेकर काफी चिंतित थे।
उन्होंने कहा कि मैं खिलाड़ियों की आलोचना नहीं कर रहा हूं, लेकिन यह बंद करना जरूरी था। यह तो एक समय पाप जैसा लगता है कि टूर्नामेंट चल रहा है जबकि सड़क पर लोग मर रहे हैं। बीसीसीआई ने टूर्नामेंट को भारत में करवाकर सबसे बड़ी गलती की। छह महीने पहले, उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में एक आईपीएल आयोजित किया था और वह शानदार रहा था।
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