मुंबई: एंटिलिया कांड के साथ साथ जांच एजेंसी एनआईए मनसुख हिरेन हत्याकांड की जांच भी कर रही है। हाल ही में एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला का ट्रांसफर हो गया था और उनकी जगह ज्ञानेंद्र वर्मा ने ली, जिसके बाद कहा जा रहा था कि जांच की गति अब धीमी हो जाएगी। इस सबके बीच ज्ञानेंद्र वर्मा ने सोमवार को मनसुख हिरेन के परिवार से मुलाकात की।
जांच की दिशा सही है- एनआईए सूत्र
जिस समय ये मुलाकात हुई, उस समय वहाँ पर एनआईए के एसपी विक्रम खल्टर और वर्मा के साथ एनआईए के कई अधिकारी भी मौजूद थे। एनआईए के एक सूत्र ने बताया कि यह एक कर्टसी बैठक थी और परिवार वालों को विश्वास भी दिलाना था कि जांच की दिशा सही है। एक अधिकारी ने बताया कि वर्मा ने परिवार वालों को कहा की जब से उन्होंने संभाला है, उन्होंने जांच से जुड़ी सारी बातों को ध्यान से देखा और समझा है। वह इस नतीजे पर पहुंचेगा कि जांच की दिशा सही रही है। वर्मा ने यह भी कहा कि इस मामले में कई और गिरफ्तारियां जल्द ही होंगी और जो लोग भी इसके पीछे जिम्मेदार हैं, उन्होंने नहीं छोड़ा।
सूत्रों ने बताया कि वर्मा ने परिवार वालों को मामले से जुड़ी कुछ बातें भी बताई हैं, जिससे उन्हें इनकी बातों पर विश्वास हो। साथ ही यह भी पूछा कि उनलोगों को एनआईए से कुछ शिकायत तो नहीं? जिसके जवाब में परिवार ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है।
किसी से डरने की ज़रूरत नहीं- एनआईए डीजी
वर्मा ने परिवार के साथ करीब साढ़े तीन घंटे बिताए। इस दौरान उन्होंने कई सवाल भी पूछे और यह भी कहा कि उन लोगों ने जो कुछ एनआईए को बताया है, उसके अलावा उन्हें भी कुछ साझा करना है तो वह कर सकते हैं और अभी नहीं तो जब उनका दिमाग सही होगा तब कर सकते हैं। वर्मा ने मनसुख के परिवार को यह भी कहा कि उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है। वह उनकी सुरक्षा का खयाल रखेगा।
बता दें कि मनसुख की पत्नी के बयान में ही पहली बार सचिन वाजे का नाम आरोपी के तौर पर सबसे पहले सामने आया था, जिसके बाद महाराष्ट्र अट्स ने हत्या का मामला दर्ज कर पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गोरे को गिरफ्तार किया था। एनआईए के सूत्र बताते हैं कि इस हप्ते 7 इस मामले से जुड़ा कोई आरोपी उनकी गिरफ्त में आ सकता है।
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