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मुंबई: एंटिलिया केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। अबतक कहा जा रहा था कि इनोवा गाड़ी जिसका इस्तेमाल एंटीलिया कांड में किया गया है, वह कमिश्नर कार्यालय में खड़ी होती थी, एपीबी न्यूज को उसी इनोवा गाड़ी का एक फोटो मिला है जिसमें यह साफ दिखाई दे रहा है कि वही गाड़ी मुंबई कमिश्नर के हेडक्वार्टर की है। में पार्किंग में खड़ी है।
एनआईए के स्रोतों की माने तो लगभग 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पता चली कि इनोवा गाड़ी जिसका इस्तेमाल एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो ढेर करने के मामले में इस्तेमाल किया गया था जो मुंबई पुलिस कमिश्नर ऑफिस में आकर खड़ी हुई थी।
आसान नहीं था गाड़ी पकड़ना
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि जब हमे पता चला कि वह इनोवा गाड़ी कमिश्नर ऑफिस में खड़ी है, इसके बाद एक सीक्रेट ऑपेरशन किया गया। जिसके तहत एक ऑफिसर को अंदर भेज दिया गया और उसने कहा कि अंदर से इनोवा खड़ी है और उसके वीडियो रिकॉर्ड कर लें।
इसके बाद अंडरकवर ऑफिसर कमिश्नर ऑफिस में गया और उसने हिडन कैमरा से इनोवा गाड़ी की फुटेज रिकॉर्ड की। वीडियो को सीसीटीवी में दिख रही गाड़ी से मैच करके देखा गया तब जाकर एनआईए इस निष्कर्ष पर पहुंची की यह वही गाड़ी है।
टाइमलाइन
थाने से वो इनोवा कार 1 बजकर 20 मिनट पर मुलुंड टोल नाका पार कर मुम्बई आती है। (उस समय गाड़ी का नंबर MH04AN **** था)
जिसके बाद प्रियदर्शनी के पास पहले से खड़ी स्कॉर्पियों गाड़ी से रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर मिलती है।
फिर दोनों गाड़ी एक दूसरे के पीछे चलते हुए करीब 2 बजकर 18 मिनट पर मुकेश अम्बानी के बंगले के पास पहुँचती है जहाँ पर 20 जिलिटीन के साथ स्कॉर्पियो को खड़ा किया जाता है।
फिर दोनों ड्राइवर इनोवा में बैठकर वहां से फरार हो जाते हैं।
इसके बाद रात 3 बजकर 05 मिनट पर इनोवा मुलुंड टोल नाका पार करता है। (उस समय गाड़ी का नंबर MH04AN **** था)
इसके बाद उसी इनोवा गाड़ी नंबर प्लेट बदलकर वापस से एंटीलिया के पास आता है और अपनी पहचान छुपाने के लिए पीसीबीई किट पहना है।
वे इनोवा फिर से सुबह करीब 4 बजकर 3 मिनट पर मुलुंड टोल पार कर मुम्बई आती हैं। (उस समय की गाड़ी का नंबर MH10AZ **** था)
इसके बाद 4 बजकर 35 मिनट पर इनोवा गाड़ी का ड्राइवर उस जगह तक पहुंच गया जहां पर स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी थी।
संदिग्ध ने स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच करता है और फिर करीब 5 बजकर 18 मिनट पर मुलुंड टोल पार वापस थाने की ओर चला जाता है।
कई संख्या प्लेट बदलने के बावजूद इनोवा की पहचान कैसे हुई
एनआईए के स्रोतों की माने तो जिस समय इनोवा कार (उस समय गाड़ी का नंबर MH04AN **** था) मुम्बई में पहली बार आई उस समय एक फुटेज में एजेंसियों को उस गाड़ी के पीछे के नंबर प्लेट के नीचे एक प्लास्टिक स्टिकर नजर आया था। जो कि डेंट मार्क छुपाने के लिए लगाया गया है।
और जिस समय वे इनोवा (उस समय गाड़ी का नंबर MH10AZ **** था) दुबारा मुम्बई में आई उस समय भी गाड़ी के पीछे के नंबर प्लेट के नीचे एक प्लास्टिक का स्टिकर नजर आया था।
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