ऑपरेशन समुद्र-सेतु के तहत नौसेना ने विदेश से ऑक्सीजन के बारे में भारत पहुंचाना शुरू कर दिया है। बुधवार को नौसेना का आईंट तलवार युद्धपोत बहरीन से दो टैंकरों में 27 मैट्रिक-टन लिक्विड ऑक्सीजन के बारे में कर्नाटक के मंगलौर बंदरगाह पहुंच गया है। इसके अलावा आईट्स कोलिटी जहाज कुवैत से और आइसेस ऐरावत भी सिंगापुर से ऑक्सीजन के साथ निकले हैं। नौसेना के कुल 09 युद्धपोत इनदिनों विदेश से ऑक्सीजन लाने में जुटे हैं।
नौसेना के प्रवक्ता ,ंदररत्न मधवल, आईन्ट तलवार के अलावा, आइट्स कोलिटी युद्धपोत भी दो टैंकरों में 27 मैट्रिक-टन (एमटी) ऑक्सजीन के बारे में कुवैत – निकल चुका है। इसके अलावा, ये युद्धपोत, कुवैत से 400 ऑक्साजीन सिलेंडर्स और 47 ऑक्सीजन-कंसन्ट्रेटर्स के साथ भी आए हैं। वंडरर कहते हैं, इसके अलावा 04 और युद्धपोत कुवैत और कतर जा रहे हैं। ये चारों ओर ऑक्सीजन और कोरोना से लड़ने वाले चिकित्सा-उपकरण के बारे में भी भारत में आए हैं। इसके अलावा कोच्चि से आईन्ट्रूल लैंडिग-जहाज भी ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक टैंकर लेने के लिए फार & nbsp; की खाड़ी निकल चुकी है।
नौसेना के मुताबिक, आईएनएस ऐरावत युद्धपोत भी सिंगापुर से 3600 ऑक्सीजन सिलेंडर्स, 08 ऑक्सजीन। टैंक (कुल 216 टन के), 10 हजारपिड एंटीजन डिटेक्शन टेस्ट किट्टी और 07 कंसन्ट्रेटर्स के बारे में भारत के लिए निकल चुका है। इसके अलावा आईन्ट्स जलावेश भी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के क्षेत्र में तैनात है, ताकि पड़ने पर मेडिकल-उपकरण वहाँ से जल्द ही संभव हो सके। & nbsp;
विवेक माध्यमवाल के मुताबिक, नौसेना की तीनों कमान पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी कमान) के नौ युद्धपोत ऑपेरशन समुद्र-सेतु में जुटे होना दिखाते हैं कि सरकार के साथ-साथ नौसेना भी इस संकट की घड़ी में देश को ऑक्सीजन की सप्लाई में जुटी है। & nbsp;
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