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कतर में फर्जी ड्रग केस में फंसे भारतीय दंपति भारत लौटे, दो साल से थे जेल में कैद

कतर में फर्जी ड्रग केस में फंसे भारतीय दंपति भारत लौटे, दो साल से थे जेल में कैद

by Sneha Shukla

मुंबई के रहने वाले शरीक कुरेशी और उनकी पत्नी ओनिबा कुरेशी दो साल पहले कतर में हनीमून पर गए थे और एक फर्जी ड्राग केस में फंस गए थे। अब आखिरकार दो साल बाद दोनों पति-पत्नी घर लौट आए हैं। बुधवार की आधी रात को मुंबई लौट आया। दंपति को ड्रग केस में दस साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। लेकिन मामले की जांच भारत में NCB ने की और जांच के दौरान ये साफ हो गया कि दोनों निर्दोष हैं। जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। दंपति की एक बेटी भी है जो जेल में पैदा हुई थी।

शरीक और ओनिबा कुरेशी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि हनीमून के लिए अवतार इतना भयानक अनुभव होगा। 3 फरवरी को उन्हें बरी कर दिया गया था। कतर में, एक ड्रग मामले में बरी होना लगभग असंभव माना जाता है। जिस वक्त ओनिबा मुंबई से कतर आई थी वो 3 महीने की प्रेग्नेंट थी और जेल में ही उसने एक बच्ची को जन्म दिया था।

पूरा मामला क्या है
शरीक कुरेशी नाम के शख्स की शादी मई 2018 में मुंबई की ही ओनिबा कुरेशी के साथ हुई थी। इसके बाद हनीमून पर कतर जाने की तारीख तय हुई 6 जुलाई 2019। दोहा इंटरनेशनलपोर्ट पर पहुंचने पर दोनों की तलाशी हुई, वहां तक ​​सबकुछ ठीक था। इसके बाद जब दोनों के बैग स्कैन हुए तब कस्टम वाला वहां पर पहुंचा और एक बैग को रोका गया। उस बैग की तलाशी ली गई। उस बैग में कुछ कपड़े थे। कपड़ों के नीचे एक और बैग था, जो उनकी आंटी ने दिया था। जब उस बैग को खोला गया तो उसमें एक पैकेट निकला, जिसमें 4 किलो चरस थी। बैग में चरस को देखकर दोनों के पैरों तले की जमीन खिसक गई। दोनों लगातार कस्टम और दोहा पुलिस को यह बताते हैं कि वह बेगुनाह हैं, लेकिन दोनों की कोई भी नहीं सुनता है। दोनों पर मामला दर्ज किया जाता है और जेल भेज दिया जाता है।

इधर मुंबई में ओनिबा और शरीक के परिवार वाले परेशान हो जाते हैं क्योंकि कई दिन बीत जाने के बाद भी दोनों की तरफ से कोई फोन घर पर नहीं पहुंचता है। थक-हारकर दोनों परिवार वाले आंटी तबस्सुम के पास पहुंचते है। तब उन्हें पता चलता है कि तबस्सुम एक ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा है जिसका जाल में वह दोनों पति-पत्नी फंस गए हैं।

मामले की जांच में केपीएस मल्होत्रा ​​ने पाया कि वास्तव में दोनों पति-पत्नी बेकासुर हैं। दरअसल आंटी तबस्सुम के फोन को सर्विसेजलांस पर लगाया गया और एनसीबी की टीम को यह जानकारी मिली कि ड्रग्स का ये गैंग एक और कपल को विदेश भेजने जा रहा है। यही से इस पूरी कहानी से पर्दा उठ गया। नारकोटिक्स की टीम में तबस्सुम और उसके गैंग के साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

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