कर्नाटक सरकार ने बढ़ते कोरोनावायरस के मद्देनजर रमज़ान के महीने में मस्जिदों में आवाजाही के बारे में दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। जारी आदेशों के अनुसार बड़ी सभाओं पर पाबंदी लगा दी गई है, साथ ही फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को राज्य में कोरोनावायरस बीमारी के बढ़ते मामलों के बीच रमजान के महीने में मस्जिदों में आवाजाही के लिए को विभाजित -19 संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
दिशा-निर्देश के अनुसार, इस दौरान बड़े जीवो और एक साथ बड़ी संख्या में लोगों का जुटने की मनाही रहेगी, वहीं फेसफ़ेयर पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा पर्वतारोहण क्षेत्र में मौजूद मस्जिदें तब बंद ही रहेंगी, जब तक उस इलाके की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है।
कर्नाटक सरकार मस्जिदों में रमजान माह के सिलसिले में रस्मों के पालन के लिए दिशानिर्देश जारी करती है #COVID-19; ज़ोन निरूपित होने तक बन्द रहने के लिए सम्मिलन क्षेत्रों में मस्जिदें, बड़ी सभा निषिद्ध बनी हुई है, चेहरे का मास्क अनिवार्य है pic.twitter.com/WMu3Iv3lEv
– एएनआई (@ANI) 13 अप्रैल, 2021
इससे पहले कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा था कि अगर पड़ी तो राज्य में लॉकडाउन लगाया जा सकता है। हालांकि, इस बयान से पलटते हुए अब येदियुरप्पा ने कहा है कि राज्य में लॉकडाउन लगाए जाने का सवाल ही उठता है।
येदियुरप्पा ने कहा कि कोरोना की स्थिति पर चर्चा के लिए उन्होंने 18 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उन्होंने आगे कहा, “अभी लॉकडाउन का सवाल ही नहीं उठता। एड्वरी कमेटी ने कहा है कि 2 मई तक संभावितों की संख्या बढ़ेगी, इसलिए लोगों को कोरोना के नियमों का पालन करना चाहिए।”
राज्य में रविवार को 10 हजार से अधिक कोरोना मरीज मिले थे। कोरोना केसों में इजाफे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने भी उनकी सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों को लेकर बात की है।
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