नई दिल्ली: कश्मीर में आतंक के सफाए से बौखलाए आतंकवादियों ने अब कश्मीरी सैनिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को श्रीनगर के लगभग बिजबेहरा इलाके में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने छुट्टी पर अपने घर गए टेरेटोरियल आर्मी के सैनिक (हवलदार) मोहम्मद सलीम अखून की गोली मारकर हत्या कर दी। 35 साल के सलीम अखून अनंतनाग में तैनात थे और पिछले कई सालों से आतंक विरोधी प्रतिद्वंद्वीेशन्स में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे थे।
काउंटर इनसर्जेंसी और काउंटर-टेरेरिज्म ((स्टड)) परेशेशन्स में उनके बेहतरीन योगदान को देखते हुए हवलदार सलीम अखून को तीन बार सेना प्रमुख ने शेफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से नवाजा था। कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर उन्हें धमकी भी दी गई थी। बावजूद इसके वे आतंकवादियों के सफाए में लगे हुए थे। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम करीब 5 बजे हवलदार सलीम अखून अपने घर पर मौजूद थे। उसी समय दो आतंकवादियों ने घर में घुसकर उन पर गोलियां चला दीं। गोली उनके सिर में लगी थी।
गंभीर स्थिति में सलीम को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हवलदार सलीम भारतीय सेना की टीए -162 बटालियन से ताल्लुक रखते थे और इन दिनों अनंतनाग में 1 आरआर (राष्ट्रीय राईफल्स) की क्यूआरटी टीम में तैनात थे। 22 मार्च से वे 40 दिनों की छुट्टी पर थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं, जिनमें 9 साल की बेटी और 6 साल का बेटा है। सेना में शामिल होने से पहले वे एक इखवानी थे, यानी एक सरेंडर आतंकी थे, जो सेना और सरकार की आतंकवादियों के खिलाफ मदद करते थे।
आतंकी ढेर
बता दें कि पिछले 24 घंटे में सुरक्षाबलों ने कश्मीर में दो अलग-अलग-अलग आरक्षणों पर सात आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। कश्मीर के त्राल और शोपियां में हुए इन प्रतिद्वंद्वियों में आतंकी मस्जिद में छिपे हुए थे। पिछले कुछ समय से सेना की आरआर ने सीआरपीएफ और पुलिस के साथ मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ कई बडे़ कामेशन्स किए हैं। यही कारण है कि आतंकी बौखला गए हैं और कश्मीरी मूल के सैनिकों को ही निशाना बना रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जब छुट्टी पर गए सैनिकों की आतंकवादियों ने हत्या कर दी है। वर्ष 2017 में छुट्टी पर गए लेफ्टिनेंट उमर फयाज की आतंकवादियों ने कुलगाम में अपहरण कर हत्या कर दी थी। उमर फैयाज सेना में शामिल होने के बाद पहली बार छुट्टी पर गए थे। वर्ष 2018 में आतंकवादियों ने पूंछ के रहने वाले औरंगजेब को छुट्टी पर जाने के दौरान रास्ते से अगवा कर बेरहमी से हत्या कर दी थी। वहीं वर्ष 2018 में ही आतंकवादियों ने लांसेक मुख्तार अहमद मलिक की कुलगाम में हत्या कर दी थी।
जून 2019 में आतंकवादियों ने 162 टीए बटालियन के ही एक हवलदार मंजूर अहमद बेग की अनंतनाग में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा 2019 में ही आतंकियों ने श्रीनगर के करीब राइफलमैन प्रीतवीर सिंह के घर पर फायरिंग कर धमकाने की कोशिश की थी। पिछले साल ही आंतकियों ने 162 टीए बटालियन के नायक, शाकिर मंजूर का अपहरण और हत्या करने का दावा किया था। वहीं शाकिर मंजूर का आजतक कोई अता-पता नहीं है।
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