रूस ने कोविद -19 के खिलाफ सिंघल डोज वाल स्पुतोनिक लाइट वर्जन के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। इस कदम से उन देशों को मदद मिलेगी जहां पर कोरोना संक्रमण के काफी अधिक मामले आ रहे हैं।
स्पुतनिक के इस लाइट वर्जन कोरोना वैक्सीन को मॉस्को के गमलेया इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। आरडीआईएफ ने बताया कि यह 79.7 प्रतिशत प्रभावी है और एक डोज की कीम 10 डॉलर से कम है।
स्पुतनिक परिवार के एक नए सदस्य का परिचय – एकल खुराक स्पुतनिक लाइट! यह एक क्रांतिकारी 1-शॉट है #COVID-19 80% प्रभावकारिता के साथ टीका – 2-शॉट वाले टीकों की तुलना में अधिक। स्पुतनिक लाइट टीकाकरण की दरों को दोगुना कर देगा और महामारी की चोटियों को संभालने में मदद करेगा: स्पुतनिक वी pic.twitter.com/zw6JrywUOp
– एएनआई (@ANI) 6 मई, 2021
कई देश को विभाजित -19 वैक्सीन की कम आपूर्ति को विस्तार देने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। इसमें डबल-डोज की डेल और डोज के आकार को कम करना शामिल है। पिछले साल अगस्त में पंजीकरण से रूस दुनिया में पहले मुल्क वैक्सीन की मान्यता देनेवाला बन गया था। हालांकि, परीक्षण पूरा होने से पहले मंजूरी मिलने पर विशेषज्ञों ने वैक्सीन को लेकर चिंता भी जताई थी। दिसंबर की शुरुआत में रूस ने वैक्सीन के अंतिम चरण के मानव परीक्षण में होते हुए भी पूरे मुल्क में बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू किया था। आलोचकों ने रूस के इस कदम को भू-राजनैतिक प्रभाव बढ़ाने के तौर पर देखा।
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