पूरे देश में कोरोना कहर बरपा रहा है। कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बीच सरकारेक उत्सव मनाकर वैक्सीनेशन के कार्यक्रम में तेजी लाने का प्रयास कर रहा है। लेकिन ताज्जुब की बात है कि देश में कोरोना शरीनों की तेजी से बढ़ रही संख्या के बावजूद टीकाकरण की दर में पिछले सप्ताह के मुकाबले कमी आई है।
रोज़ाना होने वाले वैक्सीनेशन की संख्या घटी
कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार तेजी के बावजूद रोजाना के वैक्सीनेशन औसत में कमी दर्ज की गई है। पिछले सप्ताह यानि 12 से 18 अप्रैल के दौरान रोजाना कोरोनाकैनीकरण करवाने वाले लोगों का औसत घटकर 28 लाख तक पहुंच गया, जबकि उसके पिछले हप्ते (5 से 11 अप्रैल) में यही औसत 34 लाख वैक्सीनेशन प्रतिदिन था। 5 अप्रैल को लगभग 43 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। लेकिन इसके बाद से प्रतिदिन कोविभाजन का आँकड़ा 34 से 28 लाख के बीच झुलता रहा। रविवार को तो ये आंकड़ा घटकर महज 12.3 लाख तक सिमट गया। टीकाकरण के अभियान में भाग लेने के लिए पहले के मुकाबले अब कम लोग सामने आ रहे हैं।
त्योहार के चलते वैक्सीनेशन को आगे टाल रहे हैं लोग
स्वास्थ्य अधिकारियों और डॉक्टरों का कहना है कि कई लोग संक्रमण के डर से तो कई लोग नवरात्रि- रमजान के त्योहार के चलते टीकाकरण के काम को आगे टाल रहे हैं। अब तक देश भर में 12.69 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। सोमवार को 31 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया। अब तक 1.74 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनका टीकाकरण कार्यक्रम पूरा हो चुका है (वैक्सीन के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं)। 60 साल से ज्यादा उम्र के 4.66 लोगों को कोरोनाके लगाए जा चुके हैं। वहाँ 45 से 60 के आयु समूह में 4.23 लोगों को टीके का एक डोज दिया गया है। टीकाकरण के अगले चरण सरकार 1 मई से 18 साल की उम्र से ज्यादा के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू करने जा रहा है।
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