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कोरोना संकट के बीच दवा कंपनियों ने घटाए रेमडेसिविर इंजेक्शन के दाम, सरकारी हस्तक्षेप के बाद लिया फैसला

कोरोना संकट के बीच दवा कंपनियों ने घटाए रेमडेसिविर इंजेक्शन के दाम, सरकारी हस्तक्षेप के बाद लिया फैसला

by Sneha Shukla

नई दिल्ली: राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने शनिवार को कहा कि सरकार के हस्तक्षेप के बाद दवा कंपनियों ने को विभाजित -19 के मरीजों के इलाज में काम आने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन के मूल्य कम कर दिए हैं। सरकार ने इन वैक्सीन निर्माता कंपनियों के साथ बैठक की थी, जिसमें कीमत कम करने को लेकर फैसला लिया गया था। दवा कंपनी केडिला हेल्थकेयर, डॉ। रेड्डीज अरबपति और सिपला ने रेमदेसीवीर इंजेक्शन (100 मिग्रा की शीशी) के अपने-अपने ब्रांड के मूल्य कम किए हैं।

एनपीपीए की ओर से जारी विवरण के अनुसार कैडिला ने रेमडैक (रेमडेसिर 100 मिग्रा) इंजेक्शन का मूल्य 2800 रुपये से आठ कर 899 रुपये कर दिया है। इसी तरह सिंजीन इंटरनेशनल ने रेमविन नाम से बेची जाने वाली अपनी दवा का मूल्य 3950 रुपये से आठ कर 2450 रुपये प्रति यूनिट कर दिया है।

वह भी GA मूल्य

वहीं हैदराबाद की डॉ। रेड्डीज अस्पताल इस दवा को रेडिक्स नाम से बेचती है। उसने इसकी कीमत 5400 रुपये से कम कर अब 2700 रुपये कर दी है। इसी तरह सिप्ला की दवा सिप्रेमी अब 3000 रुपये की हो गयी है। यह पहले 4000 की गिरने वाली थी।

माइलान ने इस दवा के अपने ब्रांड का मूल्य 4800 से 3400 रुपये और जुबिलेंट जेनेरिक्स ने इस दवाई के अपने ब्रांड की दर प्रति इकाई 3400 रुपये कर दिया है। पहले यह 4700 रुपये में मिल रहा था। इसी तहर हेट्रो हेल्थकेयर ने इस दवा की कीमत 5400 रुपये की जगह 3490 रुपये कर दी है। वह इसे कोवीफॉर ब्रांड नाम से बेचती है।

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