महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे
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हालांकि इसकी अधिकृत घोषणा नहीं हुई है लेकिन बुधवार को नई दिशा-निर्देश के साथ मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा कर सकते हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि कड़े प्रतिबंधों के बावजूद रोजाना 50 हजार से ज्यादा कोरोनाटेबिल मिल रहा है। इसलिए मंगलवार को राज्य काउंटर की बैठक में ज्यादातर मंत्रियों ने लॉकडाउन लगाने की मांग की। काउंटर ने फैसला किया है कि राज्य में कोरोनावायरस की चेन को तोड़ने के लिए 21 अप्रैल की रात 8 बजे से लॉकडाउन लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बुधवार को सुबह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अधिकृत तौर पर लॉकडाउन की घोषणा करेंगे। वहीं, शिवसेना नेता और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जनता की भावना है कि राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगे हुए हैं। यह लॉकडाउन पिछले साल की तरह ही कड़ा होगा। इस खबर के बीच प्रवासियों में डर का माहौल बन गया है। मंगलवार की शाम पुणे रेलवे स्टेशन पर लगभग दो हजार प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इससे पहले राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने एक मई तक तिलाना और खाद्य सामग्री की दुकानों को सिर्फ चार घंटे तक (सुबह 7 बजे से 11 बजे तक) खोलने का आदेश जारी किया।
आदेश में कहा गया है कि तलना, सब्जी, फल, डेरी, चिकन, मटन, मछली और अंडा सहित तमाम प्रकार की खाद्य सामग्री और कृषि क्षेत्र से जुड़ी वस्तुओं की दुकानों, पालतू पशुओं के भोजन की दुकानों और बारिश के मौसम से जुड़ी समान की। दुकानें भी सुबह 7 बजे से 11 बजे तक खुली रहेंगी। जबकि होम डिलीवरी सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक की जा सकेगी।
महाराष्ट्र में 10 वीं की परीक्षा रद्द
काउंटर की बैठक में लॉकडाउन लगाने के साथ ही 10 वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने का फैसला किया गया है। स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा तेंदवाड ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से 10 वीं की परीक्षा रद्द करने की अपील की थी जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। लेकिन 12 वीं की परीक्षा कराई जाएगी।
तेंदवाड ने कहा कि दसवीं के छात्रों को 11 वीं में कैसे प्रमोट किया जाएगा इस पर विचार किया जा रहा है। देश के सात राज्यों में परीक्षा की तारीखें आगे बढ़ाई गई हैं। महाराष्ट्र में भी 12 वीं की परीक्षा टाल दी गई हैं।
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