जम्मू: पिछले साल से दोना संक्रमण के कारण जम्मू कश्मीर में मारे गए सभी लोगों की सहायता के लिए अब जम्मू कश्मीर प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। प्रशासन ने पिछले साल से दोना में मारे गए लोगों के बुजुर्ग माता-पिता को पेंशन और उनके बच्चों को स्कॉलरशिप देने का नमन किया है।
जम्मू कश्मीर सरकार ने दोना महामारी में मारे गए लोगों के परिवारों को बड़ी राहत दी है। देने का फैसला किया है। जम्मू कश्मीर सरकार ने यह फैसला लिया है कि दोना संक्रमण के दौरान मारे गए लोगों के माता पिता को पेंशन और उनके बच्चों को स्कॉलरशिप दी जाएगी। यह पेंशन और स्कॉलरशिप उन मामलों में दी जाएगी जहां कोरोना से ऐसे परिवारों का कमाने वाला इकलौता शख्स इस महामारी की भेंट चढ़ गया हो।
सरकार के इस फैसले के बाद जम्मू में रहने वाला राजेश पंडोह का परिवार काफी खुश है। है। राजेश पंडोह की 30 दिसंबर 2020 को दोना संक्रमण से जान गई थी और उनके परिवार में उनकी पत्नी और बेटी है। उनकी बेटी बीए फाइनल की छात्रा है। राजेश की बेटी मुस्कान के मुताबिक पिता के जाने के बाद उन्हें पढ़ाई में काफी दिक्कतें होने लगी और उन्हें अपने भविष्य को लेकर चिंताएं होने लगीं। लेकिन अब उनका दावा है कि सरकार की इस पहल के बाद उनकी काफी चीजें आसान हो जाएगी।
सरकार की इस योजना के बाद राजेश पंडोह के छोटे भाई रवि पंडोह काफी खुश हैं। रवि के मुताबिक सरकार की इस योजना का सीधा फायदा ऐसे परिवारों को होगा जिन्होंने इस महामारी के चलते अपना एकलौता कमाने वाला खो दिया है। उन्होंने कहा कि हालांकि जान की कीमत कभी पैसे नहीं हो सकती लेकिन सरकार की इस योजना के बाद ऐसे परिवारों को आर्थिक मदद मिलेगी, जिनके परिवार में इकलौता कमाने वाला इस महामारी की भेंट चढ गया हो।
दरअसल, मंगलवार को प्रदेश सरकार की हुई एक बैठक में प्रदेश के मनोज सिन्हा ने यह फैसला लिया कि कोरोना के दौरान मारे गए परिवारों को मदद दी जाएगी। इस फैसले में कहा गया है कि जिन परिवारों ने अपनी एकलौता कमाने वाला खो दिया हो, ऐसे परिवारों में कमाने वाले के माता-पिता को पेंशन या फिर उनके बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके साथ ही गाड़ी दारू के लिए भी कई योजनाओं का ऐलान किया गया। & nbsp;
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