जयपुर: रेटेड के पचासई माधोपुर में अध्यापन को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक कालेज की प्रिंसिपल को छात्रों से डोनेशन के नाम पर पैसे वसूली करते हुए गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ ही कालेज के क्लर्क को भी एसीबी ने गिरफ्तार किया है।
डोनेशन के नाम पर बच्चों से पैसे मांगने की शिकायत
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि शहर के जमाय कॉलेज में डोनेशन के नाम पर बच्चों से पैसे मांगने की शिकायत मिली थी। एक छात्रा का भाई उनके पास गया था। शिकायत में बताया गया कि हाजिरी पूरी प्रदान करने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी।
शिकायत के बाद जांच हुई तो पता चला कि शिकायतकर्ता की ओर से कालाज की फीस तो जमा करा दी गई थी लेकिन फिर भी डोनेशन मांगा गया है। यही नहीं यह जानकारी भी मिली है जो छात्र हास्टल में नहीं रह रहे हैं उन्हें भी हास्टल के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं।
फीस 28 हजार रुपए है लेकिन उन्हें 33 हजार रुपए लिए जाते हैं
स्टूडेंट्स ने बताया कि कालाज की फीस 28 हजार रुपये है, लेकिन उन्हें 33 हजार रुपये मिलते हैं। इसके साथ ही उन्हें अतिरिक्त पैसे की कोई भी रसीद नहीं दी जाती थी। यही नहीं अगर कोई छुट्टी नहीं लेता है तो अटेंडेंस पूरी करने के लिए पैसे मांगे जाते हैं। एसीबी इन सब आरोपों की जांच कर रही है।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद टीम ने एक पूरा प्लान बनाया। इसके बाद प्रिंसिपल के पास पैसे देने के लिए शिकायतकर्ता पहुंच गया। प्रिंसिपल ने उसे क्लर्क के पास भेज दिया। वहां पहले से ही टीम बैठी हुई थी। पैसे का स्थानांतरण प्रदान करते हुए ही रंगे हाथों उन्हें पकड़ लिया गया।
शिक्षण संस्थान में इस तरह की गड़बड़ी होने के बाद से घटना की चर्चा काफी है।
यह भी पढ़ें:
हरियाणा: विधवा भाभी पर बुरी नजर थी, जश्न किया तो मार डाला
रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया कर्मचारी, सैलरी 60 हजार लेकिन संपत्ति करोड़ों की
।
Homepage | Click Hear |