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देश में 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोनायक लगाने के सुझाव को केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है। इससे पहले भी सरकार ने स्पष्ट किया था कि देश में सभी लोगों को वर्तमान में कोरोना का टीका लगाने का कोई प्लान नहीं है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि बहुत से लोग कह रहे हैं कि आखिर देश में हर किसी को वैक्सीन क्यों नहीं दिया जा रहा है। वैक्सीनेशन के अभियान के दो लक्ष्य हैं- मौतों को रोकना और हेल्थकेयर सिस्टम को बचाना। वैक्सीन देने का मकसद यह नहीं है कि जिसकी इच्छा है, उसे टीका लगाया जाए बल्कि हम उन्हें टीका लगाने पर विचार कर रहे हैं, जिसकी जरूरत है।
मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में 50 जिले की चिंता का कारण बने हैं। इनमें से 30 जिले महाराष्ट्र के हैं, छत्तीसगढ़ में ऐसे 11 जिले हैं और 9 जिले पंजाब के हैं। केंद्र सरकार ने इन सभी जिलों में कोरोना से सामना की तैयारियों की निगरानी के लिए टीमों को प्रेषक का फैसला लिया है। इस बीच नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि देश में महामारी का असर बढ़ा है। पहले ही सरकार की ओर से चेतावनी दी गई थी कि हालात भले ही सुधरे हैं, लेकिन कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए। लेकिन अब कोरोना से स्थिति बिगड़ी है और बीते साल से ज्यादा गति के साथ केस बढ़ रहे हैं।
बहुत से लोग पूछते हैं कि हमें सभी के लिए टीकाकरण क्यों नहीं खोलना चाहिए। इस तरह के टीकाकरण अभियान के दो उद्देश्य हैं – मौतों को रोकना और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रक्षा करना। इसका उद्देश्य उन लोगों को वैक्सीन का प्रबंध करना नहीं है जो इसे चाहते हैं, बल्कि जिन्हें इसकी आवश्यकता है: केंद्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा राजेश भूषण pic.twitter.com/FCqiW93qsG
– एएनआई (@ANI) 6 अप्रैल, 2021
छत्तीसगढ़ बना चिंता की वजह, देश के कुल केसों में 6 प्रति राज्य में
स्वास्थ्य सेक्रेटरी ने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब सहित कई राज्यों में संकट बढ़ा है, लेकिन छोटे राज्य होने के बाद भी छत्तीसगढ़ चिंता की वजह बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ हमारे लिए चिंता का विषय है। छोटे राज्य होने के बाद भी देशभर के कुल केसों में से 6 प्रति छत्तीसगढ़ में हैं और 3 प्रतिशत मौतें इस राज्य में हुई हैं। दूसरी लहर में कोरोना का कहर छत्तीसगढ़ में बढ़ा है। ‘
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