<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक महिला को विभाजित मरीज के लापता होने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। महिला 10 अप्रैल से लापता है और उसके बारे में अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिए गए बयान ने रहस्य और बढ़ा दिया है। इस मामले में परिजनों की ओर से शिकायत दर्ज करा दी गई है। & nbsp;
कोविड अस्पताल में 10 अप्रैल से महिला गायब है
बताया जा रहा है कि राज्य की राजधानी रायपुर के फुंडहर स्थित कोविड अस्पताल में 10 अप्रैल से महिला गायब है। 14 अप्रैल तक तो उसके परिजनों को गलत जानकारी देकर टाला जा रहा है। लेकिन, जब बेटे ने जिद पकड़ ली तो असलियत सामने निलकर आई। हालाँकि इस दौरान कर्मचारी, उसके परिवार की ओर से लाया गया ब्रेक आदि अंदर ले जा रहा है। & nbsp;
अब चीफ मेडिकल ऑफिसर की ओर से यह जानकारी दी जा रही है कि नौ अप्रैल को महिला को भर्ती कराया गया था जबकि 10 अप्रैल को उसे रेफर कर दिया गया था। हालांकि, कहां रेफर किया गया और महिला को लेकर कौन गया था इस बारे में कोई रिकॉर्ड अस्पताल की ओर से नहीं दिया जा रहा है। & nbsp;
कर्मचारी परिजनों को लगातर गुमराह ही कर रहे थे
जबकि, आश्चर्य की बात यह है कि वहाँ के कर्मचारी परिजनों को लगातर गुमराह ही कर रहे थे। अगर युवक जिद पर नहीं अड़ता तो पता ही नहीं चलता कि महिला वहां नहीं है। अब पुलिस और प्रशासन खोजने में लगे हैं और सीसीटीवी फूटेज आदि खंगाली जा रही है। & nbsp;
="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> परिजनों का कहना है कि सीसीटीवी फूटेज से ही मूलता का पता चल रहा है। अगर उन्हें रेफर किया गया तो परिजनों का सवाल है कि उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। साथ ही मरीज का नाम भी गलत लिखित होने की सूचना मिली है। अब यह देखना है कि कागजों की लापरवाही हुई है या फिर कुछ और मामला है। वर्तमान में परिजन बहुत परेशान हैं। & nbsp;
यह भी पढ़ें: & nbsp;
छात्रा ने लगाई फांसी, आत्महत्या के कारणों पर गहराया रहस्य जांच जारी
पत्नी के ‘आरोपों’ से परेशान शख्स ने की खुदकुशी, वीडियो में पुलिस को भी कोसा दिया।
Homepage | Click Hear |