वर्ष 2005 में जब अभय देओल (अभय देओल) को फिल्मों में लॉन्च करने के लिए बड़े भाई सनी देओल (सनी देओल) ने एक नए डायरेक्टर को मौका देने के बारे में सोचा था। उस निर्देशक का नाम इम्तिआज अली (इम्तियाज अली) था और फिल्म का नाम ‘सोचा ना था’ था। इसी फिल्म के बनने के दौरान देओल फैमिली और इम्तिआज के बीच अच्छे सबंध थे। एक दिन बातों बातों में इम्तिआज ने अपनी अगली फिल्म की स्क्रिप्ट बॉबी देओल को सुनाई और कहा कि ये फिल्म मैं तुम्हारे साथ बनाना चाहती हूं। बॉबी को भी फिल्म की कहानी बहुत अच्छी लगी और उन्होंने भी तुरंत हां कर दी। सब बात सनी देओल के सामने पक्की हो गई, फिल्म का नाम रखा गया ‘गीत’।
बॉबी के कहने पर इम्तिआज ने इस फिल्म के लिए करीना कपूर (करीना कपूर) को साइन भी कर लिया। इतना ही नहीं, फिल्म को प्रोड्यूस करने के लिए बॉबी ने ही इम्तिआज की मुलाकात ‘अष्टविनायक प्रोडक्शन हाउस’ से करवाई और सब कुछ तय हो गया। जब बीता और इम्तिआज अली, बॉबी को इग्नोर करने लगे।
बॉबी को लगा कि शायद इन दिनों वह काफी बिजी हैं इसीलिए ऐसा कर रहे हैं, लेकिन बॉबी और पूरे देओल परिवार को झटका तब लगा जब उन्हें खबर मिली कि इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है। फिल्म का नाम ‘गीत’ से बदलकर ‘जब वी मेट’ (जब वी मेट) रख दिया गया और बॉबी की जगह इम्तियाज ने शाहिद कपूर (शाहिद कपूर) को फिल्म में ले लिया था।
इस घटना से देओल परिवार को इतना दुख हुआ कि आज तक इम्तिआज अली से उनकी नाराजगी कायम है। वहीं, बात करें फिल्म ‘जब वी मिले’ की तो ये फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों ने बेहद प्यार दिया था। फिल्म के गाने और डायलॉग दर्शकों को खूब पसंद आए थे। इतना ही नहीं, इस फिल्म को करीना कपूर के अब तक के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्म माना जाता है।
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