<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजनीति में कहा जाता है कि आपको अगर बंगाल की सत्ता में आना है तो उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले में जीत हासिल करनी ही चाहिए। क्योंकि इन दो जिलों में कुल मिलाकर कुल 64 जिले हैं। उत्तर 24 परगना में 33 और दक्षिण 24 परगना में 31 सीट हैं। & nbsp;
बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। उत्तर 24 परगना जिले के उत्तरी भाग में 17 अप्रैल को कुछ सीटों पर चुनाव हुआ था। अब 22 अप्रैल को सबसे ज्यादा 17 सीटों पर मतदान हो रहा है। इन्हीं 17 सीटों में से एक है हाबरा। & nbsp;
क्या है हाबरा सीट की समीकरण
हवड़ा नाम से लगभग आप सभी वाकिफ होंगे, लेकिन ये है हाबरा। जो कि उत्तर 24 परगना जिले में आता है। यहां, बिजेपी के उम्मीदवार राहुल सिन्हा मैदान में हैं। बंगाल में बीजेपी जब जमीन तैयार कर रहा था, उसी समय से राहुल सिन्हा बिजेपी के साथ रहे हैं। वह इसबार हाबरा से जीत हासिल करने के लिए काफी आश्वस्त दिख रहे हैं। हाबरा एक ऐसी सीट है जहाँ मतुआ समुदाय के लोगों का प्रभाव भी कम नहीं है।
वहीं टीएमसी की ओर से ज्योतिर मल्लिक समान सीट से मैदान में हैं। इससे पहले 2011 से यहां लगातार दो बार जीत हासिल की है और माना जाता है कि मतुआ समुदाय की पूजा का स्थल ठाकुरबाड़ी के साथ सालों से जनतापर्क का काम टीएमसी के लिए ज्योतिप्रिय मल्लिक ने ही संभाला है। बालू नाम से राजनीति में परिचित टीएमसी के उम्मीदवार का कहना है कि उत्तर 24 परगना में टीएमसी का ही दबदबा रहेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में हाबरा से बीजेपी ने लगभग 20 हजार वोटों की लीड ली थी और इसलिए टीएमसी के लिए यहां मुकाबला आसान नहीं होगा।
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