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मरीजों की मदद के लिए आगे आया रिलायंस, 1000 MT ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचाने के लिए किए 24 टैंकर्स एयरलिफ्ट

मरीजों की मदद के लिए आगे आया रिलायंस, 1000 MT ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचाने के लिए किए 24 टैंकर्स एयरलिफ्ट

by Sneha Shukla

नई दिल्ली: व्यवसाय मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी जामनगर तेल रिफाइनरी में प्रतिदिन 1000 मीट्रिक टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है। यह ऑक्सीजन कोविड -19 से बुरी तरह प्रभावित राज्यों को मुक्त में दी जा रही है। रिलायंस आज भारत की लगभग 11% मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन अकेले कर रही है और हर दस में से 1 रोगी को ऑक्सीजन दी जा रही है।

मुकेश अंबानी, रिलायंस के मिशन ऑक्सीजन की निगरानी खुद कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में रिलायंस दोहरी रणनीति पर काम कर रही है। पहला रिलायंस की जामनगर स्थित रिफाइनरी के बहुत से उत्पादों में बदलाव कर ज्यादा से ज्यादा जीवनदायी ऑक्सीजन का निर्माण करना और दूसरा लोडिंग और परिवहन क्षमताओं को बढ़ाना ताकि इसे जरूरतमंद राज्यों तक ऑक्सीजन को सुरक्षित पहुंचाया जा सके।

रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी में कच्चे तेल से डीजल, पेट्रोल, और जेट ईंधन जैसे उत्पाद बनाए जाते हैं, यहां मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पाद नहीं किया जाता था। लेकिन कोरोनोवायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है और ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। उसको देखते हुए रिलायंस ने अपने संपूर्ण में बदलाव कर मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू कर दिया।

मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन

बहुत ही कम समय में रिलायंस ने मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन शून्य से 1000 मीट्रिक टन बढ़ा दिया है। इसलिए ऑक्सीजन से हर दिन औसतन 1 लाख रोगी सांस ले सकते हैं। अप्रैल महीने में रिलायंस 15,000 एमटी और महामारी की शुरूआत से अब तक 55,000 एमटी मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की फ्री सप्लाई कर चुकी है। देश में ऑक्सीजन की लोडिंग और सप्लाई एक बड़ी बाधा बनकर उभरी है। रिलायंस के इंजिनियर्स ने इसका हलोजन टैंकर को ऑक्सीजन टैंकर में बदल कर खोज निकाला।

इसके अलावा रिलायंस ने ऑक्सीजन की सप्लाई चेन को पुख्ता करने के लिए सऊदी अरब, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड और थाईलैंड से 24 ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट किए। देश में लिक्विड ऑक्सीजन की कुल परिवहन क्षमता में 500 एमटी का इजाफा हुआ है। टैंकर एयरलिफ्ट करने में भारतीय वायुसेना का बहुत अधिक सहयोग रहा। वहीं रिलायंस के पार्टनर्स सऊदी अरामको और बीपी ने ऑक्सीजन टैंकर की अधिग्रहण में मदद की। रिलायंस ने भारतीय वायुसेना और सहयोगी कंपनियों का आभार जताया है।

जीवन बचाना ज्यादा महत्वपूर्ण है

रिलायंस की पहल पर संतोष व्यक्त करते हुए रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा, ‘जब भारत को विभाजित -19 की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ रहा है तब मेरे लिए और रिलायंस में हम सभी के लिए, जीवन बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। भारत में मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन के उत्पादन और परिवहन क्षमताओं को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है। मुझे जामनगर के अपने स्वास्थ्य पर गर्व है जिसने देशभक्ति की भावना के साथ, इस नई चुनौती को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है। मैं वास्तव में रिलायंस परिवार के युवाओं के जरिए दिखाए गए दृढ़ संकल्प का कायल हूं, वे उस वक्त डट कर खड़े रहे जब भारत को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। ‘

मदद की हर संभव कोशिश

एक बयान में रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबर्न ने कहा, ‘हमारा देश प्रचलित संकट से गुजर रहा है। रिलायंस फाउंडेशन में हम मदद की हर संभव कोशिश करेंगे। हर जीवन अनमोल है। हमारी जामनगर रिफाइनरी और प्लांट्स को रातोंरात बदल दिया गया है ताकि भारत में मेडिकल ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सके। हमारी प्रार्थनाएं देशवासियों और महिलाओं के साथ हैं। साथ में, हम इन कठिन समय को पार कर लेंगे। ‘

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