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यह समय एक-दूसरे पर अंगुली उठाने का नहीं, तर्कहीन बयान देने से बचें: मोहन भागवत

यह समय एक-दूसरे पर अंगुली उठाने का नहीं, तर्कहीन बयान देने से बचें: मोहन भागवत

by Sneha Shukla

<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफाई;">नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इंसान से कीट-19 के विपरीत संक्रमित और कीटाणु से संक्रमित होते हैं। आपदा के समय उत्पन्न होने की स्थिति का संचार दुबले होने की स्थिति में होता है.

‘मॉपजाइटी एनिलिमिनिनेटिंग’ रिपोर्ट को रिपोर्ट में शामिल किया गया है, ‘ हम इस स्थिति का सामना कर रहे हैं।"टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफाई;">सरसंघचालक ने कहा कि अब तूफान की बात है. हम स्थिति की तरह है। ऐसा कहा जाता है कि सभी प्रकार के प्रसारित होने और स्थितियों की स्थिति में ऐसा कहा जाता है कि यह खतरनाक संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है। यह वही है जो एक बार फिर से अभ्यास कर रहा है और सही समय पर रिपोर्ट किया गया है।"टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफाई;">भागवत ने कहा, ‘जब वि‍पत्त‍रोट है तो भारत के पिता जो संकट है, उसे चुनौती देना सामान्य संकल्‍प के साथ है।’ कहा जीतना है। जब तक यह आगे तक न हो। हुई शासन-प्रशासन और… सभी गफलत में, इस्ल‍ मोहन वैट ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान सक्रिय होने की स्थिति में ही, सक्रिय वातावरण में सक्रिय होने के लिए।

वैट ने उन्हें चुना था जब उन्हें ऐसा करने की सलाह दी गई थी, इसलिए वे उस स्थिति में थे जब वे उस स्थिति में हों, जब वे किसी भी प्रकार की स्थिति में नहीं होंगे, तो ऐसा कोई भी स्थिति नहीं होगी। इस तरह की स्थिति में साहस की स्थिति पैदा हो गई है। हमेंश्रद्धा संकल्प है।

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