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राहुल गांधी ने PM मोदी से पूछे तीन सवाल, कहा- राफेल भ्रष्टाचार स्कैंडल में किसने पैसे लिए?

राहुल गांधी ने PM मोदी से पूछे तीन सवाल, कहा- राफेल भ्रष्टाचार स्कैंडल में किसने पैसे लिए?

by Sneha Shukla

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर एक दफा फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने अपने ट्वीट में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम कहते हैं कि सवालों के जवाब बिना किसी डर और घबराहट के चलो। पृष्ठ उन्हें ऐसा करने के लिए कह रहे हैं। राहुल ने अपने ट्वीट में पीएम से तीन सवाल किए हैं।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “प्यारे छात्रों, पीएम ने कहा कि बिना किसी डर और घबराहट के सवालों के जवाब दें। उन्हें ऐसा करने के लिए कहें।”
1. राफेल कोर स्कैंडल में किसके लिए पैसा?
2. कॉन्ट्रैक्ट से एंटी करप्शन क्लॉज़ व्हेन खत्म किया गया?
3. रक्षा मंत्रालय के प्रमुख दस्तावेजों तक बिचौली की पहुंच किसने बनाई? ”

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को डिजिटल माध्यम से ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान देश के छात्र छात्रों के साथ बातचीत की थी। इस दौरान पीएम ने स्टूडेंट्स को परीक्षा और उसकी तैयारियों को लेकर कई टिप्स दिए। उस दौरान पीएम ने कहा कि बिना किसी डर और घबराहट के सवालों के जवाब दें। अब राहुल ने अपने बयान को लेकर उन्हीं पर निशाना साधा है।

फ्रांस की वेबसाइट ने राफेल डील भ्रष्टाचार का किया दावा है

कांग्रेस नेता राहुल गांधी राफेल डील पर कथित देरी के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि तमाम आरोपों से गुजरते हुए राफेल खरीदने को कोर्ट से हरी झंडी मिल गई है। लेकिन इस बीच हाल ही में फ्रांस की समाचार वेबसाइट मीडिया पार्ट ने राफेल पेपर्स नाम से आर्टिकल प्रकाशित किए हैं। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उपलब्धता में भ्रष्टाचार हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक राफेल लड़ाकू विमान सौदे में गड़बड़ी का सबसे पहला पता फ्रांस की भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसी AFA को 2016 में हुआ इस हैंडलिंग पर टर्मिनख के बाद लगा। AFA को ज्ञात है कि राफेल बनाने वाली कंपनी दसौ एविएशन ने एक बिचौलिए को 10 लाख यूरो देने पर राजामंडी जताई थी। यह दलाल दलाल इस समय एक दूसरे हथियार मुहैया कराने में गड़बड़ी के लिए आरोपी है। हालांकि AFA ने इस मामले को प्रोसिकी के हवाले नहीं किया।

रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2018 में फ्रांस की पब्लिक प्रोसिक्यूशन एजेंसी PNF को राफेल सप्लाई में गड़बड़ी के लिए यादें मिलीं। साथ ही लगभग उसी समय फ्रांसीसी कानून के मुताबिक दासौ एविएशन के ऑडिट का समय भी हुआ। कंपनी के 2017 के खातों की जाँच का ‘ग्राहक को गिफ्ट’ के नाम पर 508925 यूरो के खर्च का पता लगाया गया। यह समान मद में अन्य मामलों में दर्ज खर्च राशि के मुकाबले कहीं अधिक था।

बीजेपी ने दावों को खारिज कर दिया

अब ये दावों के सामने आने के बाद एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर राफेल डील को लेकर सवाल उठाए हैं। हालांकि कांग्रेस के हमले के जवाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रवशंकर प्रसाद ने कहा कि यह पूरी तरह निराधार है। सुप्रीम कोर्ट और कैग ने भी कुछ गलत नहीं पाया।

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