राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वैक्सीन की किल्लत के बीच सियासी आरोप भी एक दूसरे पर जमकर लगाए जा रहे हैं। बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर वैक्सीन की किल्लत को लेकर क्या घेरा खुद उप-मुख्यमंत्री मनीष सोसिदिया ने केंद्र पर पलटवार करते हुए उनसे सवाल पूछा है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा- बीजेपी का कहना है कि सभी राज्य अपना ग्लोबल टेंडर निकाले और आंतरिक बाजार में वैक्सीन के लिए एक दूसरे से लड़ेंगे। यदि सभी राज्य आंतरिक बाजार में एक दूसरे से वैक्सीन के लिए लड़ेंगे तो क्या हमारे देश की बदनामी नहीं होगी?
सिसोदिया का बीजेपी पर निशाना
उन्होंने कहा- आंतरिक स्तर पर भी अगर वैक्सीन के लिए सभी कुछ राज्य सरकारों को ही करना है तो केंद्र सरकार का काम क्या हैं? 70 साल में कभी दुनिया के सामने हमारे भारत देश को ऐसे नहीं बांटा गया। ऐसे हालात में हमें एक मजबूत और एकजुट देश की तरह सामने आना चाहिए।
सिसोदिया ने आगे कहा- अमेरिका और यूरोपियन देशों ने आज तक किसी दूसरे देश को वैक्सीन नहीं दी। दुनिया के सभी देशों ने अपने लोगों को वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता दी। लेकिन भाजपा सरकार अपने ही देश के लोगों को मरता छोड़, अपनी छवि मेकिंग के लिए दुनिया भर में वैक्सीन बाँट रही है। अगर राज्यों को ही एंडराशनल मार्केट में आपस में वैक्सीन के लिए लड़ना है तो दिल्ली सरकार भी करेगी। लेकिन केंद्र सरकार को चाहिए कि पल्स पोलियो की तरह कोरोना के वैक्सिनेशन की ज़िंदा सूची ‘भारत एक देश’ के रूप में उठाए और सबको फ़्री वैक्सीन की तुरंत व्यवस्था हो।
कांग्रेस ने केंद्र को घेरा
इधर, दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री और कांग्रेस महासचिव अजय माकन में कोरोना को लेकर केंद्र पर मंगलवार को जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा- दु: ख की बात यह है कि एक तरफ हमारी नेता इस सरकार को चेताते रहे और दूसरी तरफ यह सरकार इतने अहंकार में डूबी हुई कि केवल अपने राजनीतिक स्कोर पर ध्यान दे रही थी; इसके अलावा उन्हें कुछ और नज़र ही नहीं आ रही थी।
उन्होंने कहा- हम पूछना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री जी से जो 28 जनवरी को कहा था कि “भारत ने दुनिया को आपदा से सफलतापूर्वक बचाया है”; आज इस पर उनका क्या कहना है? कांग्रेस पार्टी ने हमेशा एक अवसर और सजग पार्टी की भूमिका निभाई, भारत सरकार को चेताया है; जैसे कि कल भी हमने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी कहा था कि मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया है।
माकन ने आगे कहा- जो सरकारें अपने लोगों की चिकित्सा में लापरवाही कर सकती हैं और मृतकों की गरिमा भी सुरक्षित नहीं रख सकती हैं; उन सरकारों को अपने पदों पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। गंगा नदी में 150 जलप्रपात पाए गए; यह दृश्य जिसने भी देखा, यह बहुत ही हृदय विदारक दृश्य था; यह भाजपा सरकार के अहंकार, आंकड़ों की बाजीगरी और कुशासन की पराकाष्ठा है।
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