भारत के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद सचिनंदुलकर और विराट कोहली की तुलना करने के पक्ष में नहीं हैं। वेंकटेश ने सचिन और विराट को टीम इंडिया के महान बल्लेबाजों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि दोनों ही खिलाड़ियों के बर्ताव में काफी अंतर है, सचिन मैदान पर जहां अपने इमोशन बिल्लुल शो नहीं करते थे, वहीं कोहली फील्ड पर काफी आक्रामक नजर आते हैं। पूर्व सिलेक्टर ने हालांकि कहा कि दोनों का मकसद एक ही रहता है हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना।
द ग्रेड पॉडकास्ट के साथ बातचीत करते हुए वेंकटेश प्रसाद ने कहा, ‘मैं ईमानदारी से बता रहा हूं वह दोनों ही लाजवाब हैं। एक तरफ सचिन काफी सॉफ्ट थे, तो जाहिर तौर पर विराट काफी एग्रेसिव हैं, लेकिन यह उनका नहीं था। ऐसा सिर्फ मैदान पर रहता है, क्योंकि वह हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करके उसको जीतना चाहते हैं। ऐसा ही सचिन करते थे। वह हर मैच में बढ़िया प्रदर्शन करना चाहते थे। आप सचिन को ज्यादा इमोशन दिखाते हुए नहीं देखा होगा। हमने उन्हें ऐसा नहीं देखा, चाहे वह शतक लगाया या फिर जीरो पर आउट हुए हों। यहां तक कि जब उन्हें गेंद दिखती है, तब भी वह ज्यादा इमोशन नहीं दिखाते थे, जबकि विराट ऐसे होते हैं जो सब चीज को एक्वायर करते हैं। ‘
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सचिनंदुलकर ने के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 51 और वनडे में 49 सेंचुरी जड़ी। इसके अलावा, टेस्ट क्रिकेट में वह 15 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। वहीं, विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में 27 और वनडे में 43 शतक लगा चुके हैं। कोहली का तीनों ही फॉर्मेट में औसत 50 से ऊपर का है। टी -20 क्रिकेट में विराट 3 हजार रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज हैं।
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