असम में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया है। हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं हुई है। असम के वर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल दोबोरा मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर हिमंत बिस्व सरमा को पार्टी मौका दे सकते हैं, इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। आज दोनों ही नेताओं को दिल्ली तलब किया गया, जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बैठक हुई।
दिल्ली छोड़ने से पहले आज हिमालय बिस्व सरमा ने कहा कि कल गुवाहाटी में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि इस बैठक के बाद सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगा।
दिल्ली: असम के कार्यवाहक सीएम सर्बानंद सोनोवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बैठक के बाद भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के आवास को छोड़ दिया।
सरमा कहते हैं, ” भाजपा विधायक दल की बैठक कल गुवाहाटी में हो सकती है। pic.twitter.com/63yY9vnsux
– एएनआई (@ANI) 8 मई, 2021
सोनोवाल, सरमा ने नड्डा, शाह से की दिल्ली में मुलाकात की
असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यहां शनिवार को मुलाकात की। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को असम के निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को दिल्ली बुलाया था।
सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता शनिवार सुबह दिल्ली पहुंच गए, लेकिन पहले सरमा नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात करने नड्डा के आवास पहुंचे। बाद में शाह भी वहां पहुंचे। सरमा के जाने के बाद सोनोवाल ने भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इन बैठकों में इस बात पर भी मुख्य रूप से बातचीत हुई कि अगली मुख्यमंत्री कौन बनेगा। सभा में असम में अगली सरकार के गठन को लेकर चर्चा की गई।
सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार
असम के सोनोवाल-कचहरी आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले सोनोवाल और उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं। भाजपा ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी। पार्टी ने 2016 विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था। इसी के साथ पूर्वोत्तर में भगवा दल की पहली सरकार बनी थी। इस बार, पार्टी ने कहा था कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उनकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटों जीतीं।
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