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कोरोना वायरस की जांच

हरियाणा में कोरोना : अब आठ हजार टीमें गांवों में घर-घर जाकर करेंगी संक्रमण की जांच 

by Sneha Shukla

कोरोनावायरस की जांच
– फोटो: अमर उजाला

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ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए हरियाणा सरकार गांवों में ‘टेस्ट, ट्रैक एंड ट्रीट’ रणनीति को अपनाएगी। आठ हजार बहुविषयी (मल्टीडिप्लनेरी) टीमें गाँवों में विभाजित -19 जाँच के लिए डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करेंगी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को यहां स्वास्थ्य और पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रत्येक घर को कवर किया जाए। डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग कैंप आयोजित करें। धर्मशालाओं, सरकारी स्कूलों और आयुष केंद्रों को संक्षेपण केंद्रों में तब्दील किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी कीमत पर गांवों को इस घातक संक्रमण से बचाना है। प्रत्येक अधिकारी हर गांव में विशेष सतर्कता बरतना सुनिश्चित करें। ग्रामीणों के लिए विशेष जागरूकता सह परामर्श अभियान शुरू किया जाए।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, आशा वर्करों, प्रत्येक गांव के पूर्व और वर्तमान जनप्रतिनिधियों को लोगों के साथ स्क्रीनिंग कैंप में जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। टेस्टिंग सुविधा और क्लिनिकल प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता आंदोलनों को प्राथमिकता के आधार पर बनी जानी चाहिए।

प्रदेशभर में ट्रेनी डॉ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स सहित लगभग आठ हजार मल्टीडिसप्लनेरी टीमों का गठन किया गया ताकि हर गांव में घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच हो सके। हर परिवार की जांच उनके ऑक्सीजन और तापमान के स्तर की रिकॉर्डिंग के साथ करें।

यदि स्क्रीनिंग कैंप के दौरान यह पता चलता है कि किसी व्यक्ति में बुखार, सर्दी और खांसी जैसे लक्षण हैं, तो उस व्यक्ति को तुरंत घर संक्षेपण में रहने की सलाह दें। स्क्रीनिंग करते समय टीमें यह सुनिश्चित करें कि जिन लोगों में हल्के और मध्यम लक्षण हैं, उन्हें तुरंत को विभाजित -19 के लिए निर्धारित दवाइयां जाना चाहिए।

60 लाख परिवारों की टेस्टिंग का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वायरस का प्रसार हो रहा है। विशेष कैंप के माध्यम से अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि हरियाणा के लगभग 60 लाख परिवारों के प्रत्येक सदस्य को ‘टेस्ट, ट्रैक एंड ट्रीट’ की अनुमति दी जाएगी। लोगों को बीमारी के बारे में भी जागरूक करें। धर्मशालाओं और सरकारी स्कूलों को आइसोलेशन सेंटरों में संशोधित करने की संभावना का जल्द से जल्द पता लगाया जाएगा। अगर कोविड कैर सेंटरों और अस्पताल में रोगी बढ़ते हैं तो धर्मशाला, सरकारी स्कूलों का उपयोग किया जा सकता है।

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ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए हरियाणा सरकार गांवों में ‘टेस्ट, ट्रैक एंड ट्रीट’ रणनीति को अपनाएगी। आठ हजार बहुविषयी (मल्टीडिप्लनेरी) टीमें गाँवों में विभाजित -19 जाँच के लिए डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करेंगी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को यहां स्वास्थ्य और पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रत्येक घर को कवर किया जाए। डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग कैंप आयोजित करें। धर्मशालाओं, सरकारी स्कूलों और आयुष केंद्रों को संक्षेपण केंद्रों में तब्दील किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी कीमत पर गांवों को इस घातक संक्रमण से बचाना है। प्रत्येक अधिकारी हर गांव में विशेष सतर्कता बरतना सुनिश्चित करें। ग्रामीणों के लिए विशेष जागरूकता सह परामर्श अभियान शुरू किया गया।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, आशा वर्करों, प्रत्येक गांव के पूर्व और वर्तमान जनप्रतिनिधियों को लोगों के साथ स्क्रीनिंग कैंप में जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। टेस्टिंग सुविधा और क्लिनिकल प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता आंदोलनों को प्राथमिकता के आधार पर बनी जानी चाहिए।

प्रदेशभर में ट्रेनी डॉ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स सहित लगभग आठ हजार मल्टीडिसप्लनेरी टीमों का गठन किया गया ताकि हर गांव में घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच हो सके। हर परिवार की जांच उनके ऑक्सीजन और तापमान के स्तर की रिकॉर्डिंग के साथ करें।

यदि स्क्रीनिंग कैंप के दौरान यह पता चलता है कि किसी व्यक्ति में बुखार, सर्दी और खांसी जैसे लक्षण हैं, तो उस व्यक्ति को तुरंत घर संक्षेपण में रहने की सलाह दें। स्क्रीनिंग करते समय टीमें यह सुनिश्चित करें कि जिन लोगों में हल्के और मध्यम लक्षण हैं, उन्हें तुरंत को विभाजित -19 के लिए निर्धारित दवाइयां जाना चाहिए।

60 लाख परिवारों की टेस्टिंग का लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वायरस का प्रसार हो रहा है। विशेष कैंप के माध्यम से अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि हरियाणा के लगभग 60 लाख परिवारों के प्रत्येक सदस्य को ‘टेस्ट, ट्रैक एंड ट्रीट’ की अनुमति दी जाएगी। लोगों को बीमारी के बारे में भी जागरूक करें। धर्मशालाओं और सरकारी स्कूलों को आइसोलेशन सेंटरों में संशोधित करने की संभावना का जल्द से जल्द पता लगाया जाएगा। अगर कोविड कैर सेंटरों और अस्पताल में रोगी बढ़ते हैं तो धर्मशाला, सरकारी स्कूलों का उपयोग किया जा सकता है।

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