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Coronavirus: गृह मंत्रालय का राज्यों को आदेश, 10 फीसदी से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों की करें पहचान

होम आइसोलेशन के लिए हेल्थ मिनिस्ट्री की नई गाइडलाइंस, जानें घर पर कैसे करें कोरोना मरीजों का इलाज

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> नई दिल्ली: कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। अस्पतालों के बाहर इलाज के लिए भटक रहे मरीजों के अलावा बड़ी संख्या में कोरोना के ऐसे भी शिकार हैं जो घरों में बंद हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे ही कोरोना के हल्के और बिना लक्षण वाले रोगियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं।

="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> – होम आइसोलेशन में रहने पर 10 दिन बाद अगर लगातार 3 दिन तक लक्षण ना दिखे तो दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं है
– घर पर रहने वाले मरीज रेमेडेसिरवीर इंजेक्शन न लगाएं, अस्पताल में ही पता लगाएं
– मार्जिन लक्षण में रोगियों को इंजेक्शन नहीं दिया जाएगा
– 60+ उम्र के कोरोना पॉजिटिव यदि हाइपर लाइन, डाइबिटीज, हृदय, फेफड़े या रीढ़ की बीमारी से पीड़ित हैं तो डॉ से पूछकर ही आइसोलेशन में रहें
– घर पर रहने वाले मरीज दिन में दो बार भाप लें और गर्म पानी से गरारा करें]< / p>

साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेष हिदायत दी है कि घर पर रहने वाले कोरोनाटेन्स का ऑक्सीजन लेवल 94 से ऊपर रहना चाहिए।

कोरोना के हल्के लक्षण का रामबाण है आयुष 64

आयुष 64 आयुर्वेदिक दवा है और आयुष मंत्रालय ने कहा है कि ये हल्के और मध्यम कोरोना के इलाज के लिए प्रभावी साबित हुई है। आयुष 64 को 1980 में मलेरिया के इलाज के लिए विकसित किया गया था।

शोध में पाया गया कि आयुष 64 का सामान्य स्वास्थ्य, थकान, तनाब, भूख, और नींद पर प्रभावकारी असर पड़ा है। अनुसंधान में सामने आया कि आयुष 64 लेने वाले रोगियों को अस्पताल में कम दिन रहना पड़ा।

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