(भाबीजी घर पर हैं) शो के हालिया दौर में दिखाया गया है कि उस मोहल्ला किसी आत्मा की चपेट में आ गया है, जिससे हर कोई डरा सहमा है। विभूति नारायण मिश्रा (विभूति नारायण मिश्र) की मां से लेकर मनमोहन तिवारी (मनमोहन तिवारी) तक में आत्मा का प्रवेश हो चुका है, लेकिन विभेद नारायण मिश्रा को उस आत्मा के साथ ज़रा भी डर नहीं लग रहा है। बल्कि उन्होंने भूतों को पकड़ने का नया काम शुरू किया है तो क्या मोहल्ले को भूत को विभक्त पकड़ेंगे या फिर इस बार भी कोई नया नाटक नहीं करेंगे।
हेलेन में घुसी आत्मा, डर गए टिल्लू, केक और मलखान
हाल के चरणों में दिखाया गया कि टिल्लू, केक और मलखान विभेदक के घर आते हैं जहां विभेद की मां हेलेन सोफे पर बैठी हुईं नज़र आती हैं। जब तीनों उन्हें आवाज़ देते हैं तो उनके तेवर कुछ बदले नज़र आते हैं। हालांकि उन्हें माजरा समझ नहीं आता है, लेकिन वह इतना समझ जाती हैं कि कुछ तो हैरान है और वहां से चले जाना में ही भलाई है।
हर किसी पर मंडरा रहा है आत्मा का साया
केवल हेलेन जी ही नहीं बल्कि मोहल्ले के हर शख्स पर इस आत्मा का साया मंडरा रहा है।
चाहे वे विभेद नारायण मिश्रा हों या फिर मनमोहन तिवारी। लेकिन शो के फैंस के लिए जो मज़ेदार बात होने वाली है वह ये है कि विभक्ति नारायण ने शुरू कर दिया है भूतों को भगाने का नया काम है। और शो का इतिहास उठाकर देख रहा विभेद ने कहा जब नया काम शुरू किया है तब तब कुछ न कुछ तो चौंकाने वाला ही है। ऐसे में इस बार वे कौन सा गुल खिलाएंगे और भूतों को भगा देंगे या नहीं, ये देखना काफी मजेदार होगा।
ये भी पढ़ें: जब दिलीप कुमार ने किया था खुलासा, क्यों नहीं थी मधुबाला से शादी?
।
Homepage | Click Hear |