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CBI ने माइंस सुरक्षा कार्यालय में भर्ती घोटाले का किया पर्दाफाश, उप महानिदेशक समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज 

CBI ने माइंस सुरक्षा कार्यालय में भर्ती घोटाले का किया पर्दाफाश, उप महानिदेशक समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज 

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने महानिदेशक माइंस सिक्योरिटी ऑफिस में भर्ती अधिकारियों का विस्तार किया। इस संबंध में एक उप महानिदेशक सहित उसके एक रिश्तेदार और निजी व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। सीबीआई ने इस मामले में छापेमारी कर 35 लाख रुपए बरामद किए हैं और विभिन्न राज्यों में 12 स्थानों पर छापेमारी और हस्तक्षेप का सिलसिला जारी है। आरोप है कि 48 लोगों को भर्ती किए जाने के लिए 72 लाख रुपये की रिश्वत तय की गई थी।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें महानिदेशक माइंस सुरक्षा मुख्यालय में तैनात केंद्रीय जोन के उप महानिदेशक अरविंद कुमार, उनके रिश्तेदार कैलाश मंडल, निजी व्यक्ति त्रिलोकी नाथ सिंह और अन्य लोग शामिल हैं। सीबीआई को सूचना मिली थी कि महानिदेशक माइंस सुरक्षा कार्यालय में विभिन्न पदों के लिए भर्तियां चल रही थीं। इन भर्तियों के लिए उन किसानों को बुलाया गया था जो लिखित परीक्षा में पास थे और उनका साक्षात्कार किया जाना था। यह साक्षात्कार 8 मार्च 2021 से 20 मार्च 2021 के बीच किए गए थे। आरोप के मुताबिक इनमें से 48 कथित नेताओं के लिए निजी व्यक्तियों द्वारा सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर एक सूचना रची गई।

कंप्यूटिंग के तहत इंटरव्यू बोर्ड के अधिकारियों को प्रभाव में इन उम्मीदवारों की भर्ती की जानी थी। आरोप है कि उप महानिदेशक अरविंद कुमार ने एक उम्मीदवार के बदले डेढ़ लाख रुपये लिए थे और कुल 48 उम्मीदवारों के लिए 72 रुपये लाख की राशि तय की गई थी। आरोप है कि आरोप्वत की राशि दो किस्तों में उप महानिदेशक के रिश्तेदार को बिहार के लखीसराय में दी जानी थी। सीबीआई ने सूचना की प्रारंभिक जांच की और प्रारंभिक जांच में तथ्य पाए जाने पर जाल बिछाकर रिश्वत की पहली किस्त 35 लाख रुपए ले रहे निजी व्यक्तियों को दबोच लिया।

सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक इसके फौरन बाद सीबीआई ने विभिन्न राज्यों के 12 स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी जिसमें बिहार का लखीसराय, धनबाद, रांची, नागपुर, उदयपुर, शहडोल, हैदराबाद, बिलासपुर आदि शामिल हैं। देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान सीबीआई को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और भर्ती लेखों से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे थे। सीबीआई के मुताबिक देर शाम तक छापेमारी और हस्तक्षेप का सिलसिला जारी था। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जल्द ही कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। वर्तमान में मामले की जांच जारी है।

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