<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> नई दिल्ली: कोरोनाकैनीकरण के लिए कोविन पोर्टल को अब पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाया गया है। आज से कोविन पोर्टल में एक नई सुविधा शुरू कर दी गई है। सिस्टम में आज से चार अंक का ओटीपी वाला नया फीचर जोड़ा गया है जिससे टीकाकरण की स्थिति के बारे में डेटा एंट्री खामियों को कम किया जा सकता है। & nbsp;
मंत्रालय ने बताया, कुछ मामलों में यह बात सामने आई है कि कोविन पोर्टल के माध्यम से टीकाकरण के लिए समय लेने वाले कुछ लोग टीका लगवाने के लिए तय तारीख पर नहीं पहुंच पाएंगे। लेकिन उन्हें एसएमएस से जानकारी मिल गई कि उन्हें टीका लगाया गया है। ऐसा मुख्यत: इसलिए होता है क्योंकि टीका लगाने वाले शख्स ने गलत तरीके से नागरिक का टीकाकरण दिखाया है। ये टीका लगाने वाले की ओर से डेटा एंट्री में खमी की घटना है।
मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, कर इस तरह की खामियों को खम करने और नागरिकों को होने वाली असुविधा को दूर करने के लिए को विभाजित प्रणाली में आठ मई से चार अंकों वाले सुरक्षा कोड की शुरुआत की जा रही है। ’ <पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> टीका लगाने से पहले सुरक्षा होगी सुरक्षा कोड
अब केक लगाने वाला व्यक्ति लाभार्थी से चार अंक का ओपी पूछेगा और फिर टीकाकरण की सही स्थिति को कोविन पोर्टल में दर्ज करने के लिए वहाँ कोड कोडेगा। नई सुविधा उन्हीं नागिरकों पर लागू होगी जो रसीदें के लिए ऑनलाइन समय ली गई है। चार अंक वाले ओ CPC अप् यवस्था वाली पावती पर भी प्रिंटर होगा और टीका लगाने वाले को इसकी जानकारी नहीं होगी। कोविन पोर्टल पर अप् यक्ति बुक हो जाने के बाद ये कोड लाभार्थी के मोबाइल पर एसएमएस से भी भेजा जाएगा।
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