नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। ऐसे में भारत को विदेशों से काफी मदद मिल रही है। वहाँ इन सभी के बीच भारतीय वायुसेना लगातार विदेशों से ऑक्सीजन कंटनेरह एयरलिफ्ट करने में जुटी हुई है। पिछले कुछ हफ्तों से वायुसेना के एयरक्राफ्ट्स देश-विदेश से क्रेयोजेनिक ऑक्सीजन कंटनेर से लेकर सिलेंडर और दूसरे जरूरी मेडिकल उपकरण एयरलिफ्ट कर रहे हैं।
200 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स भारत पहुंचे
विदेशी मदद के बीच इंडोनेशिया से 200 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की एक खेप गुरुवार तड़के दिल्ली टर्मिनल पहुंची। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा “हमारे पुराने संबंधों को और मजबूत करते हुए पड़ोसी इंडोनेशिया से 200 ऑक्सीजन सांद्रता का स्वागत है।”
भारतीय वायु सेना का अभियान
भारतीय वायु सेना (IAF) ने पहले इंडोनेशिया के जकार्ता से चार क्रेयोजेनिक ऑक्सीलेटर्स को एयरलिफ्ट किया था। इस बीच, फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने बताया कि 40 टन ऑक्सीजन की दूसरी खेप बुधवार को भारत पहुंची थी। लेनिन ने एक ट्वीट में कहा, “40 टन ऑक्सीजन की दूसरी खेप, फ्रांस के एयर लिक्विड ग्रुप द्वारा दान की गई। जिसके लिए भारतीय नौसेना के फ्रिगेट आईंट तारकेश को धन्यवाद।”
बता दें कि, कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने में सेना के तीनों अंग यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना युद्धस्तर पर जुटे हैं। खुद प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ जंग में सशस्त्र सेनाओं की भूमिका की प्रशंसा की है। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि जल, थल और नभ में हमारे सशस्त्र-वर्गों ने को विभाजित के खिलाफ के जंग में मजबूती प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
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