नई दिल्लीः देश में कोरोना संक्रमण के मामले में 2 करोड़ 40 लाख के आंकड़े के पार पहुंच गए हैं। में संक्रमण की रासायनिक क्रिया होती है। इसके चलते देश में कई लोगों को सांस की समस्या से जूझते देखा गया है। संक्रमण की स्थिति में भी हिरासत में रखा गया है। अब भी संक्रमण की स्थिति से बचाए गए हैं।
120 कैदी इलाज
दरअसल, ओडिशा की जेल में बंद कम से कम 120 कैदियों को कोरोनावायरस से हानिकारक पाया गया है। वायरल, एक कैदी की मौत संक्रमण के कारण होता है। डी️️आईजी️आईजी️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
449 कोमर्स को मिली पैरोल
सुरक्षा अधिकारियों ने सूचित किया है कि उन्हें सक्रिय किया गया है और उन्हें बंद कर दिया गया है जिससे उन्हें 90 दिन की खुली रिहा किया गया है। ट्विट पटकना उप-जेल और बरहामपुर की एक सेल को कोविड देखभाल केंद्र में बदल दिया गया है। खतरनाक रूप से खतरनाक होने पर भी खतरनाक हो सकता है।
ओडिशा: ओडिशा की जेलों में COVID19 & 2 के लिए कम से कम 120 कैदियों ने सकारात्मक परीक्षण किया
डीआईजी (जेल) ने कहा, “गंभीर मरीजों को 90 दिन की पैरोल पर रिहा कर दिया गया। (13.5) pic.twitter.com/8mu2frSX8f
– एएनआई (@ANI) 14 मई, 2021
अन्य जेलों में भी कैदी स्वभाव वाले हैं
ओडिश के मयूरभंज में उडाला की उप-जेल में इससे पहले 21 अंडर ट्रायल कैदियों को कोरोना ताकत मिली थी। जिन कोरोना अंगों पाए जाने के बाद आइसोलेशन के तहत रखा गया था। वहीं हाल ही में हरियाणा की doal जेल में बंद 56 कैदियों को कोरोनाटे पाया गया।
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