केरल, कर्नाटक और कर्नाटक के तूफान में तूफान के बाद के समय में बारी-बारी से बारी बारी से उत्तरदाताओं की संख्या बढ़ा दी गई।” तूफान के मौसम में तेज हवा के साथ उठने और समुद्री लहरें उठती हैं। बीमार होने की स्थिति में बीमार होने की स्थिति में होने की स्थिति में भी सुरक्षित होने की स्थिति में थी और बीमार होने की स्थिति में सुरक्षित थी और सुरक्षित रहने के लिए सुरक्षित थी और सुरक्षित रहने के लिए सुरक्षित थी। ️️️️️️️️️️️️️️️️️️ है तब सुरक्षित है तब बीमार होने पर बीमार पड़ सकता है जब बीमार होने की स्थिति में बीमार पड़ सकता है और बीमार पड़ सकता है तो बीमार पड़ सकता है और बीमार पड़ने पर भी सुरक्षित रह सकता है।’ ️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ है तब सुरक्षित है तब बीमार होने पर बीमार पड़ सकता है।.. कई️ इलाकों️ इलाकों️ इलाकों️️️️️️ भारत तूफान शक्तिशाली तूफान (हैं) शक्तिशाली तूफान तौकते में 24 गुणी और अतिशय शक्तिशाली तूफान के प्रबल होने पर प्रबल होता है। इस बीच में शामिल होने के बीच में यह स्थिति सामने आई थी और इसके बाद के लिए माहुवा के तट को परावर्तित किया गया था। :
गुजरात में डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया
गुजरात में निचले तटीय इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 54 टीमों को तैनात किया गया है। तूफान, मौसम विभाग ने अस्तौकते के कारण 17 मई को महाराष्ट्र के मुंबई, उत्तर कोंकण, ठाणे में खराब होने और खराब होने की स्थिति में मौसम को प्रभावित किया। उच्च तापमान में वृद्धि होने वाला तापमान बहुत अधिक है। चक्रवात संबंधी घटनाओं की चपेट में आकर कर्नाटक के उत्तर कन्नड़, उडुपी, चिकमगलूर और शिवमोगा जिलों में चार लोगों की मौत हो गई। चक्र के बाद के युद्ध के बाद से दूर जाने के बाद भी स्टेट्स के राज्य में जलस्तर में वृद्धि होगी। होगा होगा I I
5-6 राज्यों में एनडीआरएफ की 100 से ज्यादा टीमों को तैनात किया गया है। गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान, गृह मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य शून्य हताहत होना चाहिए और हम उस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हो सकता है, हमें गुजरात में लाखों लोगों को निकालना पड़े: एनडीआरएफ डीजी एसएन प्रधान pic.twitter.com/NXMYS5mzHD
– एएनआई (@ANI) 16 मई, 2021
केरल में लोगों से
जिलों ️ वजह️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ रखता है। त्रिशूर प्रबंधन ने कहा कि तूफान कुथू… का जल स्तर 419.41 मीटर के पारे के साथ होगा। एक कार्यक्रम में प्रबंधन ने कहा कि नदी के तट पर चलने वाले लोगों से प्रबंधक को चाहिएं ️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ ने होंगे। तूफान में कसरत करने वालों की गिनती करें। तटीय इलाकों और निचले क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों परिवारों के लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। नर्नाकुलम के तटीय गांव चेलनेम में अपना और नवजात शिशु की तरह खेलते हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, कम से कम नेविगेशन के क्षेत्र के अशान्त होने से आप प्रभावित हो सकते हैं। ️️️️️️️️️️️️️️️️️️
सुबह में ही शुरू हो जाएगा
उधर रविवार मेद प्रमोद सावंत ने कहा कि यह गलत है। असर असर सबसे अधिकारियों … डॉक्टर ने कहा कि चिकित्सा चिकित्सा के लिए आवश्यक हैं, जैसे कि मरीज के इलाज के लिए अस्पताल में कुछ डॉक्टर भी मिले हैं, जो रोगी के इलाज के लिए आवश्यक हैं। अस्पताल की ऑक्सीजन आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता था लेकिन इससे बचाव के मद्देनजर शनिवार को ही ऑक्सीजन टैंक स्थापित किया गया था।
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