कहते हैं कि असली सिनेमा वही है जो समाज की मौलिकता को दर्शाता है, सही गलत की पहचान करवाए, सोच पर मजबूर कर दे, रोने पर मजबूर कर दे और भर दे ऐसा जोश जो मूल रूप से भी हर कोई नहीं बन पाए। ऐसा ही जोश भरा था दामिनी फिल्म (दामिनी मूवी) ने लोगों के बीच, जिसके एक-एक डायलॉग, जिनके एक-एक सीन के साथ लोगों ने खुद को जोड़ा और खासतौर से एक सीन ने लोगों की आंखों में आंसू तक ला दिया था। खासतौर से सनी देओल (सनी देओल) और मीनाक्षी शेषाद्रि (मीनाक्षी शेषाद्री) के कोर्ट सीन्स ने कहा।
जब दामिनी ने कहा था- ‘मुझे नहीं चाहिए इंसाफ’
दामिनी फिल्म बलात्कार जैसी गंभीर विषय पर बनी थी। जिन्होंने लोगों के दिलों को छूआ। दामिनी के रोल में मीनाक्षी शेषाद्रि की मासूमियत काम कर गई और फिल्म सुपरहिट हो गई थी। यूं तो ये पूरी फिल्म ही जबरदस्त थी लेकिन इसके कोर्ट सीन आज भी याद किए जाते हैं। उस वक्त भी इन सीन्स पर सिनेमाघरों में खूब तालियाँ बजी थी।
ऐसा ही एक सीन था दामिनी की कोर्ट में गग्रोन्ग का। लेकिन कोर्ट पहुंचने से पहले ही दामिनी पर जानलेवा हमला होता है। एक तरफ जहां दामिनी खुद की जान बचाने की कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी ओर कोर्ट में सनी देओल अपने दमदार डायलॉग से लोगों में जोश भरते हैं। लेकिन जब दामिनी का हौसला टूट जाता है तो हर वो शख्स भी टूट जाता है जो उम्मीद लगाए इंसाफ की बांट में था। फिल्म का ये सुपरहिट सीन आप जरूर देखिएगा।
https://www.youtube.com/watch?v=vO4ap4AmLBw
1993 में रिलीज़ हुई थी दामिनी
वर्ष 1993 में निर्देशक राजकुमार संतोषी ने ऋषि कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि और सनी देओल जैसे सितारों से सजी फिल्म का निर्माण किया। फिल्म रिलीज हुई और बेहद ही संवेदनशील मुद्दे पर बनी ये फिल्म लोगों को खूब पसंद आई। फिल्म तो खूबसूरत थी ही साथ ही बेहद ही खूबसूरत थे इसके गाने। लिहाजा ये फिल्म रातों रात सुपरहिट हो गई। आज भी इस फिल्म को महिलाओं और महिला अपराधों पर बनी सबसे दमदार फिल्म की लिस्ट में शामिल किया जाता है। कमाई के मामले में 1993 में ये फिल्म सांतवे नंबर पर रही और सनी देओल को अभिनय के अभिनेता का राष्ट्रीय अवॉर्ड भी दामिनी के लिए मिला था।
ये भी पढ़ें: तारक मेहता का उल्टा चश्मा: शूट कोरोना पॉजिटिव, ये तीन लोग भी आए वायरस की चपेट में
।
Homepage | Click Hear |