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Election Results 2021: ममता की बदौलत पश्चिम बंगाल में टीएमसी तीसरी बार जीत के करीब, जानिए केरल और असम का हाल

Election Results 2021: ममता की बदौलत पश्चिम बंगाल में टीएमसी तीसरी बार जीत के करीब, जानिए केरल और असम का हाल

by Sneha Shukla

नई दिल्ली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देते हुए ममता बनर्जी ने रविवार को अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को सत्ता की हैट्रिक के साथ शानदार जीत दिलाई जबकि असम और केरल में सत्ता विरोधी लहर को मात देते हुए वहां के सत्तारूढ़ दल फिर से सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं। हालांकि TN और पुडुचेरी की सत्ता में काबिज दलों को सत्ता विरोधी लहर का खामियाजा भुगतना पड़ा।

तमिलनाडु में एक दशक के बाद ऑल इंडिया अन्नाद्रविड़ मुनेत्र कशगम (अन्नाद्रमुक) की सत्ता से विदाई सुनिश्चित कर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेतृत्व वाले गठबंधन सत्ता में वापसी कर रहे हैं वहीं पुडुचेरी में ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस (एएनएनआरसी) के नेतृत्व वाले हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बनाने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बंगाल में जीत के लिए बनर्जी, तमिलनाडु में जीत के लिए स्टालिन और माकपा के पिनुई विजयन को बधाई दी। चुनाव तो चार राज्यों और केंद्र शासित पुडुचेरी में थे लेकिन सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर टिकी थी जहाँ तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के लिए बीजेपी ने कोई काम नहीं किया। बीजेपी के लिए संतोष की बात यह रही कि उसका आंकड़ा तीन से बढ़कर 80 के करीब पहुंच गया और वह नंदीग्राम में ममता बनर्जी को शिकस्त देने में सफल रही। वहां मुख्यमंत्री कोर्ने के मुकाबले में अपने पूर्व सिपहसालार शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा।

तृणमूल कांग्रेस ने आक्रामक चुनाव प्रचार किया

तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में आक्रामक चुनाव प्रचार किया तो बीजेपी ने वहां पहली बार सत्ता में आने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के कई अन्य बड़े चेहरों ने पश्चिम बंगाल में धुआंधार चुनाव प्रचार किया। पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने अपने जनादेश से भारत को ” बचा ” लिया। बनर्जी ने कहा कि कोविड -19 महामारी से निपटना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने पार्टी के नेताओं से विजय रैली आयोजित न करने को कहा। लगभग दो महीने बाद खड़े होकर बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ” यह बंगाल के लोगों, लोकतंत्र की जीत है। बंगाल ने आज भारत को बचा लिया है। कई बाधाओं-केंद्र, उसके तंत्र और उसकी एजेंसियों के खिलाफ लड़ते हुए यह जबरदस्त जीत मिली है। इस जीत ने मानवता को बचा लिया है। ” बनर्जी ने कहा, ” मैं अब ठीक हो रहा हूं। कुछ दिन पहले मैंने आपको बताया था कि मैं ठीक हो गयी हूं और मनोरंजन हटवाऊंगी। ” कई दशकों तक पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज़ रह चुकी पार्टियों और कांग्रेस का इस चुनाव में सफाया हो गया है।

212 सीटों पर जीत की ओर बढ़ रही तृणमूल कांग्रेस है

पश्चिम बंगाल विधानसभा की 292 सीटों के लिए जारी मतगणना में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 131 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 81 सीटों पर वह बढ़त बनाए हुए है। इस लिहाज से तृणमूल कांग्रेस 212 सीटों पर जीत की ओर बढ़ रही है। बीजेपी 37 सीटों पर जीत गई है और 41 सीटों पर उसकी बढ़त कायम है। पिछले विधानसभा चुनाव में महज तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाली बीजेपी 78 सीटों पर जीत की ओर बढ़ रही है। हालांकि, कड़ा मुकाबला होने के अनुमानों को धता बताते हुए, तृणमूल कांग्रेस तेजी से प्रचंड जीत की ओर बढ़ती दिख रही है और अगर मौजूदा रुझानों में तबदील होते हैं तो पार्टी बेहद आसानी से लगातार तीसरे बार राज्य में सरकार बनाएगी।

जीत का जश्न मनाते हुए नजर आये तृणमूल कार्यकर्ता

कालीघाट में बनर्जी के निवास के बाहर सहित विभिन्न स्थानों पर तृणमूल कार्यकर्ता हरे गुलाल के साथ जीत का जश्न मनाते हुए नजरिये से। अबतक जितने मतों की गणना हो गयी है, उसके अनुसार तृणमूल कांग्रेस को 48 प्रतिशत और बीजेपी को 38 प्रतिशत वोट मिले हैं। बीजेपी के लोकसभा के दो सदस्य बाबुल सुप्रियो और लॉकेट चटर्जी क्रमशः: टॉलीगंज और चुंचुरा सीट से चुनाव हार गए हैं। सुप्रियो लोकसभा में आसनसोल और चटर्जी हुगली सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं। हालांकि, कूचबिहार से बीजेपी सांसद निशिथ प्रमाणिक दिनहाटा से जीत गए हैं। भवानीपुर से तृणमूल प्रत्याशी सोहनदेब चट्टोपाध्याय ने अपने मिश्रित प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के रुद्रनील घोष को परजित कर दिया है। यह सीट ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के लिए छोड़ दी थी।

फरहाद हकीम भी चुनाव जीते

राज्य के मंत्री और बनर्जी के विश्वासपात्र फरहाद हकीम भी अपनी सीट से चुनाव जीत गए हैं। ऐसा जान पड़ता है कि तृणमूल ने मुर्शिदाबाद और माल्दा जिलों में जबरदस्त पैठ बनायी है, जो पारंपरिक रूप कांग्रेस की मजबूत पकड़ वाले इलाके में समझे जा रहे हैं। ऐसा भी लगता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर में तृणमूल ने बीजेपी के हाथों गंवाए गए कुछ जनाधार हासिल किए हैं। तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि रुझान संकेत करते हैं कि राज्य के लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बार-बार किए गए ‘हमले’ का मुंहतोड़ जवाब दिया है। बीजेपी का उपहास करते हुए चटर्जी ने कहा कि वह उन लोगों का चेहरा देखना चाहते हैं, जो ‘इस बार 200 पार’ का नारा लगाते थे।

कैलाश विजयवर्गीय ने दी प्रतिक्रिया

बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल मामलों के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि संसद के मुताबिक ऐसा लगता है कि लोगों ने ममता बनर्जी को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है। असम में बीजेपी की अगुवाई वाली राजग एक बार फिर से सरकार बनाने की स्थिति में नजर आ रही है। राजग 126 सीटों में से 74 पर बढ़त बनाए हुए है। इनमें से बीजेपी के उम्मीदवार 58 सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस की अगुवाई वाला ‘महाजोत’ असम में सिर्फ 46 सीटों पर बढ़त बना चुके हैं। इनमें से कांग्रेस 32 सीटों पर आगे है। चुनाव नतीजों से खुश असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाला ने संवाददाताओं से कहा, ” हम निश्चित रूप से यह कह सकते हैं कि बीजेपी सरकार बनाएगी। हम अपने सहयोगियों असम गण परिषद और यूपीपीएल के साथ एक बार फिर से सत्ता में आ रहे हैं। ‘

जानिए क्या है काय का हाल

केरल में पिछले चार दशकों में यह पैटर्नाटी टूटती नजर आ रही है कि हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होगा। इस बार माकपा की अगुवाई वाला एलडीएफ फिर से सरकार जीत हासिल करती है। यह गठबंधन के दो प्रमुख घटक माकपा और भकपा कुल 73 सीटों पर आगे हैं। राज्य में कुल 140 विधानसभा क्षेत्र हैं। माकपा महासचिव सीताराम इनचुरी ने कहा, ” मैं केरल के लोगों को अप्रत्याशित तरीके से भरोसा जताने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। एलडीएफ की सरकार ने लोगों की चुनौतियों का हल निकाला और कोरोना महामारी को भी नियंत्रित किया। महामारी को नियंत्रित कर केरल ने दुनिया के सामने एक नजीर पेश की है। ’’ दक्षिण भारत में बीजेपी के लिए अच्छी खबर है कि वह केरल में एक और तमिलनाडु में तीन विधानसभा सीटों पर आगे है। अब तक इन दोनों राज्यों में बीजेपी अपनी पकड़ बनाने के लिए संघर्ष करती रही है।

हार की तरफ बढ़ती नजर आ रही है अन्नाद्रमुक

TN में एक दशक तक सत्ता में रहने के बाद अन्नाद्रमुक हार की तरफ बढ़ती नजर आ रही है। वह 234 सदस्यीय विधानसभा की सिर्फ 80 सीटों पर आगे है। प्रदेश में विपक्षी द्रमुक की अगुवाई वाला गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में नजर आ रही है। द्रविड़ मुनेत्र कशगम 121 सीटों पर जबकि उनकी सहयोगी कांग्रेस 16 सीटों पर आगे है। राज्य में यह पहला चुनाव है जिसमें द्रमुक एम करुणानिधि और अन्नाद्रमुक जयललिता की गैरमौ अलगगी में चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों पक्षों के कुछ साल पहले निधन हो गया। चुनाव आयोग ने विजय जुलुस निकालने और भीड़ जमाकर मनाने बनाने पर रोक लगाई है, लेकिन कई स्थानों पर कुछ पक्षों के कार्यकर्ता जीत का जश्न मनाते देखे गए।

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