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IPL 2021: कोटला में मैचों की हो रही थी सट्टेबाजी, सफाई कर्मचारी कर रहा था मदद

by Sneha Shukla

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली

द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अपडेटेड थू, 06 मई 2021 05:50 AM IST

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बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के प्रमुख शब्बीर हुसैन शेखमेन खंडवावाला ने आशंका जताई कि हाल ही में निलंबित आईपीएल के दौरान यहां फिरोजशाह कोटला मैदान में खेले गए मैचों में कथित सटोरियो को एक सफाई कर्मचारी ‘पिक-सिडिंग’ के जरिए मदद कर रही है। था। गुजरात पुलिस के इस पूर्व महानिदेशक ने कहा कि एसीयू के एक अधिकारी ने इस मामले में एक व्यक्ति को पकड़ा और उसका विवरण दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है।

वह योग्य अपराधी है, लेकिन अपने दोनों मोबाइल फोन को छोड़कर भागने में कामयाब रहा। एसीयू ने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई दी है। दिल्ली पुलिस ने दो मई को राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच के दौरान कड़ी पहचान पत्र के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

कहा गर्लफ्रेंड से कर रहा हूं बात: यह पूछने पर कि सफाईकर्मी पर एक्यू को कैसे संदेह हुआ तो उन्होंने कहा कि वह (फिरोजशाह कोटला परिसर के अंदर) एकांत क्षेत्र में अकेले खड़ा था। ऐसे में हमारे एक अधिकारी ने उससे संपर्क किया और पूछा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो? उन्होंने कहा कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड से बात कर रहा हूं।

अधिकारी ने उसे नंबर डायल कर फोन देने के लिए कहा। अधिकारी उसके फोन को देख रहे थे तब वह वहां से भाग गया। दिलचस्प बात यह है कि उसके पास आईपीएल एक्रीडिटेशन कार्ड (स्टेडियम के अंदर जाने के लिए आवश्यक पहचान पत्र) था, जो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को दिया गया था। इसमें टूर्स से जुड़े बस चालक सफाई कर्मचारी और डॉटर जैसे कर्मी शामिल है।

यह साइडिंग चित्र है
पिक-सिडिंग की मदद से गेंदबाज-दर-गेंद सट्टेबाजी की जाती है। मैच और टेलीविजन पर उसके प्रक्षेपण के बीच लगने वाले समय का सट्टेबाज फायदा उठाते हैं। मैदान में मौजूद व्यक्ति सट्टेबाजों को टीवी पर प्रसारण से कुहूछ पल पहले ही अगले गेंद के नतीजे की जानकारी दे देता है।

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बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) के प्रमुख शब्बीर हुसैन शेखमेन खंडवावाला ने आशंका जताई कि हाल ही में निलंबित आईपीएल के दौरान यहां फिरोजशाह कोटला मैदान में खेले गए मैचों में कथित सटोरियो को एक सफाई कर्मचारी ‘पिक-सिडिंग’ के जरिए मदद कर रही है। था। गुजरात पुलिस के इस पूर्व महानिदेशक ने कहा कि एसीयू के एक अधिकारी ने इस मामले में एक व्यक्ति को पकड़ा और उसका विवरण दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है।

वह योग्य अपराधी है, लेकिन अपने दोनों मोबाइल फोन को छोड़कर भागने में कामयाब रहा। एसीयू ने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई दी है। दिल्ली पुलिस ने दो मई को राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच के दौरान कड़ी पहचान पत्र के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

कहा गर्लफ्रेंड से कर रहा हूं बात: यह पूछने पर कि सफाईकर्मी पर एक्यू को कैसे संदेह हुआ तो उन्होंने कहा कि वह (फिरोजशाह कोटला परिसर के अंदर) एकांत क्षेत्र में अकेले खड़ा था। ऐसे में हमारे एक अधिकारी ने उससे संपर्क किया और पूछा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो? उन्होंने कहा कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड से बात कर रहा हूं।

अधिकारी ने उसे नंबर डायल कर फोन देने के लिए कहा। अधिकारी उसके फोन को देख रहे थे तब वह वहां से भाग गया। दिलचस्प बात यह है कि उसके पास आईपीएल एक्रीडिटेशन कार्ड (स्टेडियम के अंदर जाने के लिए आवश्यक पहचान पत्र) था, जो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को दिया गया था। इसमें टूर्स से जुड़े बस चालक सफाई कर्मचारी और डॉटर जैसे कर्मी शामिल है।

यह साइडिंग चित्र है

पिक-सिडिंग की मदद से गेंदबाज-दर-गेंद सट्टेबाजी की जाती है। मैच और टेलीविजन पर उसके प्रक्षेपण के बीच लगने वाले समय का सट्टेबाज फायदा उठाते हैं। मैदान में मौजूद व्यक्ति सट्टेबाजों को टीवी पर प्रसारण से कुहूछ पल पहले ही अगले गेंद के नतीजे की जानकारी दे देता है।

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