टी -20 क्रिकेट में एक-एक गेंदबाज और हर रन का काफी महत्व होता है। महज चंद बॉलों पर यहां मैच का नतीजा बदल जाता है। भारतीय प्रीमियर लीग के 14 वें सीज़न का पहला मैच भी रोमांच से भरपूर रहा, जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बैगलोर की टीम ने मैच की आखिरी गेंद पर मुंबई इंडियंस को 2 विकेट से हरा दिया। भले ही आरसीबी इस मैच को अपने नाम करने में सफल रही हो, लेकिन मुंबई की पारी के दौरान कप्तान विराट कोहली द्वारा की गई गलती की वजह से टीम की जीत हार में भी बदलाव हो सकता था।
दरअसल, मुंबई इंडियंस की पारी के 19 वें ओवर फेंक रहे काइ जैसनसन की तीसरी गेंद को नो बॉल करार दिया गया था, लेकिन इसकी वजह ओवरस्टेप नहीं थी बल्कि तीस गज के घेरे में सिर्फ तीन ही खिलाड़ियों के मौजूद होने के कारण अंपायर ने नो बॉल दी। था। कोहली की इस डिफ़ॉल्ट के चलते मुंबई को एक रन, एक अतिरिक्त गेंदबाज और इसके साथ ही मुफ्त हिट भी मिला। आखिरी गेंद तक चले गए इस मैच में कोहली की यह गलती आरसीबी को काफी भारी पड़ सकती थी। नियमों के अनुसार, टी -20 की तुलना में किसी भी समय पर चार फाइलरों का तीस गज के घेरे में होना अनिवार्य है।
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मुंबई इंडियंस की टीम ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए क्रिस्ट लिन की 49 रनों की पारी की बदौलत 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 159 रन बनाए। जिसके जवाब में आरसीबी की टीम ने ग्लेन मैक्सवेल (39) और आखिरी के ओवरों में एबी डिविलियर्स की 27 गेंदों में 48 रनों की तूफानी पारी के चलते 160 रनों के लक्ष्य को हासिल किया। कप्तान विराट कोहली ने भी 29 गेंदों में 33 रनों की पारी खेली और मैक्सवेल के साथ तीसरे विकेट के लिए 52 रन बनाए। आरसीबी की तरफ से इस मैच में शेनटन सुंदर कोहली के साथ ओपन करने मैदान पर उतरे, लेकिन उन्होंने 16 गेंदों में महज 10 रन ही बना पाए।
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