नई दिल्ली: देश के कृषि क्षेत्र और अर्थव्यवस्था के लिए आज एक अच्छी ख़बर आई है। इस वर्ष भरत में मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है। ये लगातार तीसरे वर्ष है, जब मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आज 2021 के लिए दक्षिण पूर्व मॉनसून का दीर्घावधि अनुमान जारी किया। इसका कहना है कि इस साल जून से सितंबर के बीच इलावधि औसत का 98% बारिश होने का अनुमान है। अगर औसत के 96% से 104% के बीच बारिश हो तो उसे सामान्य मॉनसून कहा जाता है। 2019 और 2020 के बाद ये लगातार तीसरी बार है जब मॉनसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि देश के पूर्वी और उत्तर पूर्वी भागों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में सामान्य वर्षा होगी। हालांकि ओडिशा, बंगाल, झारखंड और बिहार के साथ साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में सामान्य से थोड़ी कम बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़ मई के आख़िरी सप्ताह में एक बार फिर मोनसून का पूर्वानुमान घोषित किया जाएगा।
मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान को कोरोना संकट के मद्देनज़र अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण ख़बर माना जा रहा है। कृषि क्षेत्र देश को अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है और पिछले साल भी कोरोना संकट के दौरान इसी क्षेत्र ने अर्थव्यवस्था को संभाले रखा था।
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