नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मणिपुर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के स्वयंभू लेफ्टिनेंट मायांगलाबम सिरोमानी को कथित तौर पर 4 वीं असम राइफल्स के रिकॉर्ड ऑफ प्रोसीडिंग्स (आरओपी) पर घात में शामिल किया।
इस मामले को शुरू में चामोल-साजिक टेम्पल रोड में 4 वीं असम राइफल के रिकॉर्ड ऑफ प्रोसीडिंग्स (आरओपी) पर एक घात से संबंधित जिला चंदेल, मणिपुर के पीएस चक्पिकारोंग में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के रूप में दायर किया गया था।
इस घात के कारण एक एआर कर्मियों की शहादत हुई और एक दूसरे को गंभीर चोट आई। मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए थे।
एनआईए ने जांच को संभाल लिया है और भारतीय दंड संहिता की धारा 121/121 (ए) / 302/307/326/400 के तहत 29 मार्च, 2018 को आरसी -01 / 2018 / एनआईए-जीयूडब्ल्यू के रूप में मामला फिर से दर्ज किया है। शस्त्र अधिनियम की संहिता (आईपीसी) और धारा 25(1-सी), विस्फोटक अधिनियम की धारा चार और यूए (पी) अधिनियम की धारा 16, 18, 20 और 38।
जांच के दौरान पता चला कि मयंगलंबम सिरोमणि असम राइफल्स की रोड ओपनिंग पार्टी पर हमले की साजिश में शामिल था।
सबूतों के आधार पर उसके फरार रहने के दौरान उसके बारे में चार्जशीट बनाई गई थी।
इसके अलावा उन्हें घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया और उनकी आशंका के बारे में जानकारी के लिए 2 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया गया।
वह अपने सह-आरोपियों के साथ 15 नवंबर, 2017 को असम राइफल्स पर घात लगाकर म्यांमार भाग गया था। आरोपी को माननीय विशेष अदालत इंफाल के समक्ष पेश किया गया और उसे पांच दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया।
मामले में जांच जारी है।
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