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एबीपी ओपिनियन पोल 2021 परिणाम: दक्षिण भारत के सियासत का जब जिक्र होगा, बिना टी की चर्चा के वो अधूरा ही रहेगा। राज्य एक बार फिर से चुनावी मुहाने पर खड़ा है। यहां विधानसभा की कुल 234 सीटों पर एक ही चरण में 6 अप्रैल को चुनाव होने हैं। पिछले कई दशकों से राज्य की सियासत में अभी तक क्षेत्रीय हिस्से का ही दबदबा रहा है। क्षेत्रीय हिस्से के साथ मिलकर राष्ट्रीय दलों को यहां अपनी जमीन ढूंढती हैं। इस बार बीजेपी और एआईएडीएमके के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, एमके स्टालिन की डीएमके के साथ मैदान में है। चुनाव से ठीक पहले एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ मिलकर डेवलपर किया है और जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है।
डेवलपर को कितनी सीटों का अनुमान लगाना चाहिए?
- यूपीए- (डीएमके + कांग्रेस + अन्य) – 173 सीटें 181 से
- एनडीए- (AIADMK + बीजेपी + अन्य) – 45 से 53 मिनट
- एमएनएम- एक से पांच तक
- एएमएमके- एक से पांच बार
- अन्य- ० चार चरणों में
TN में बहुत का आंकड़ा 118 है। सभी के आकांड़ों के मुताबिक, यूपीए को इस बार बड़ी जीत मिलने की उम्मीद है। उसे 173 से 181 से मिलने का अनुमान है। वहीं एनडीए के खाते में 45 से 53 सीटें हो सकती हैं। अभिनेता से नेता बने कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम को एक से पांच सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं वी के शशिकला के भतीजे टीटीवी बिनकरन की पार्टी अम्मा मक्कल मुनेत्र कज़गम (एएमएमके) को भी एक से पांच बार मिलने का अनुमान है। अन्य के खाने में 0 से चार बदलाव हो सकते हैं।
वोट शेयर?
सर्वे की मानें तो यूपीए को 46 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है। वहीं एनडीए के खाते में 34.6 प्रतिशत लाभ हो सकते हैं। कमल हासन की पार्टी को 4.4 फीसदी शेयर मिल सकते हैं। एएमएमके खे खाते में 3.6 प्रतिशत वोट शेयर हो सकते हैं। अन्य के हिस्से 11.4 प्रति वोट शेयर का अनुमान है।
पिछली बार चुनाव नतीजे क्या थे?
पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने जे जयललिता के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी। अपने आप में ये चुनाव नतीजे एतिहासिक रहे थे क्योंकि 1984 के बाद पहली बार ऐसा हुआ था जब राज्य में लगातार दूसरी बार किसी पार्टी ने सत्ता वापस ले ली थी। 2016 के विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस और डीएमके ने गठबंधन किया था। कांग्रेस को आठ सीटें मिली थीं और डीएमके ने 88 सीटों पर सफलता पाई थी। अभिनेता विजयकांत की पार्टी ने 104 सीटों पर चुनाव लड़ा था और खाता भी नहीं खुला था। स्वयं विजयकांत को भी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने 188 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसका खाता नहीं खुला था।
(नोट- एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने पांचों चुनावी राज्यों में सर्वे किया है। इस सर्वे में 47 हजार 334 लोगों की राय ली गई है। इसमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के 17 हजार 890 लोग शामिल हैं। इसके साथ ही 17 से 22 हैं। मार्च के बीच पश्चिम बंगाल में तीन पोल भी किया गया है; जिसमें 2 हजार 290 लोगों की राय ली गई है। इस पोल में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 प्रतिशत है।)
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