एक खलनायक, एक स्टार, एक संन्यासी और एक राजनेता, विनोद खन्ना। फिल्मों में कामयाबी हासिल करने के बाद उन्होंने अपने लिए मर्सडीज कारसेन किया। कहा जाता है कि विनोद खन्ना को कारों का बहुत शौक था। तब मर्सडीज कार एक स्टेटस सिंबल मानी जाती थी। विनोद ने रामानंद सागर के बेटे निर्माता शांति सागर की फिल्म आखिरी बार की शूटिंग के दौरान अपनी पहली मर्सडीज कारसेन थी। आज एक्टर विनोद खन्ना (विनोद खन्ना) की चौथी डेथ एनीवर्सरी है। उनका निधन 27 अप्रैल, 2017 को मुंबई में हुआ था। विनोद खन्ना लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे।
आपको बता दें कि विनोद खन्ना की मौत से पहले उनकी एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। उनकी फोटो को देख सभी लोग शॉक्ड हो गए थे। फोटो को देखकर उन्हें पहचान पाना काफी मुश्किल हो गया था। कैंसर की बिमारी से विनोद खन्ना की हालत इतनी खराब हो गई थी कि वो बिना सहारे चल भी नहीं पाए थे। आपको बता दें कि विनोद खन्ना का पाकिस्तान में जन्म हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में दो शादियां कीं थी। पहली पत्नी का नाम गीतांजलि और दूसरी पत्नी का नाम कविता था।
फिल्मी करियर की बात करें तो विनोद का टर्निंग प्वाइंट साल 1971 में आया था। उसी वर्ष उन्होंने सुनील दत्त और अमिताभ बच्चन स्टारर रेशमा और शेरा की। इस साल उन्होंने लगभग 10 फिल्में की थीं। विनोद खन्ना ने वर्ष 1982 में फिल्म उद्योग को छोड़ने का फैसला किया था। उनके इस फैसले ने ना सिर्फ उनके फैंस को बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री को हैरानी में डाल दिया। विनोद खन्ना ने फिल्मों को छोड़कर ओशो की शरण में जाने का फैसला किया था।
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