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vishleshan vidhi kya hai

विश्लेषण विधि क्या है? महत्व, लाभ और दोष

विश्लेषण की परिभाषा क्या है उदाहरण | vishleshan meaning in hindi

by Sonal Shukla

हिंदी साहित्य समेत अन्य कई सरकारी परीक्षा की प्रतियोगिताओं में पूछा जाता है कि विश्लेषण विधि क्या है। विश्लेषण विधि परीक्षा की दृष्टि से अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।

यदि आप जानना चाहते हैं कि विश्लेषण विधि क्या है और इसका महत्व क्या है, तो आप बिलकुल सही जगह आये है। क्योंकि आज  हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताएंगे कि विश्लेषण विधि क्या है, विश्लेषण विधि का अर्थ एवं महत्व क्या है, विश्लेषण विधि के गुण क्या है, विश्लेषण विधि के दोष क्या है, तो चलिए शुरू करते हैं –

विश्लेषण विधि क्या है? | vishleshan vidhi kya hai

vishleshan ki paribhasha in hindi

दोस्तों, विश्लेषण विधि एक ऐसी विधि होती है या विश्लेषण का तरीका होता है जिसमें एक शिक्षण के तरीके के अंतर्गत कोई शिक्षक (समस्या का समाधान ढूंढने वाला व्यक्ति) किसी भी समस्या को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित करके उसे समस्या का समाधान ढूंढने की कोशिश करता है।  इसे विश्लेषण कहा जाता है।

विश्लेषण इसी प्रकार किया जाता है। किसी भी समस्या को सही ढंग से समझने के लिए और उस पर अध्ययन करने के लिए यह जरूरी है कि, किसी भी समस्या को सही ढंग से समझा जाए।

समस्या को सही ढंग से समझने के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि समस्या को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर दिया जाए, ताकि पूरी समस्या का हल निकालने के बजाय छोटे-छोटे टुकड़ों का हल निकाल कर एक साथ रख दिया जाए।

जो व्यक्ति समझदार होता है वह किसी समस्या का समाधान करने के लिए समस्या का विश्लेषण करता है। विश्लेषण करने का यही तरीका होता है कि समस्या को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित करके या कई टुकड़ों में विभाजित करके उन सभी अध्ययन करता है, और उनका समाधान निकालने की कोशिश करता है।

एक समझदार व्यक्ति किसी भी समस्या का समाधान निकालने से पहले समस्या को समझता है, इसके पश्चात वे संविधान की ओर बढ़ता है। क्योंकि एक बार समस्या समझ में आ जाने पर समाधान सही है या नहीं इसका पता चल जाता है।

विश्लेषण विधि का महत्व क्या है? | Vishleshan vidhi ka mahatva kya hai

विश्लेषण विधि का शिक्षा के क्षेत्र में धरातल स्तर पर किसी भी सामान्य व्यक्ति के लिए महान व्यक्तियों के लिए या किसी बच्चे के लिए भी अत्यंत महत्व होता है।

यदि एक व्यक्ति किसी समस्या का समाधान निकालना चाहता है तो उसे विश्लेषण विधि का उपयोग करना ही चाहिए। क्योंकि कई बार समस्याएं इतनी बड़ी हो जाती है कि एक साथ एक बार में उनका समाधान निकालना मुश्किल हो जाता है।

यदि उस समस्या का समाधान ना निकाला जाए समस्या दिन प्रतिदिन बड़ी ही होती रहती है और कोई भी समस्या पढ़े पढ़े हल नहीं होती उसका समाधान निकालना पड़ता है।

इसके लिए विश्लेषण विधि किसी भी समस्या के समाधान के लिए और सूक्ष्म अवलोकन के लिए आवश्यक होती है। विश्लेषण विधि का 3 सूत्रों में प्रयोग किया जाता है जो कि अज्ञात से ज्ञात की ओर अप्रत्यक्ष से प्रत्यक्ष की ओर तथा निष्कर्ष से परिकल्पना की ओर अग्रसर होती है।

विश्लेषण विधि का लाभ क्या है? | Vishleshan vidhi ka labh kya hai

  • विश्लेषण विधि के द्वारा किसी भी व्यक्ति को बच्चे को या शिक्षक को किसी भी समस्या का समाधान ढूंढने का अवसर मिलता है।
  • यह व्यक्ति को क्रियाशील बनाता है।
  • किसी भी ज्ञान को स्थाई बनाए रखने में विश्लेषण विधि का बहुत बड़ा योगदान होता है।
  • विश्लेषण विधि के माध्यम से व्यक्ति का मस्तिष्क क्रियाशील रहता है।

विश्लेषण विधि का दोष क्या है? | Vishleshan vidhi ka dosh kya hai

  • विश्लेषण विधि से किसी भी समस्या के समाधान तक पहुंचने में ज्यादा समय लगता है।
  • ज्ञान धीरे-धीरे अर्जित किया जा सकता है।
  • प्राथमिक स्तर के व्यक्ति के लिए इस विधि का उपयोग करना भी कठिन होता है।
  • कई बार विश्लेषण विधि के उपयोग गलत ढंग से करने पर व्यक्ति में आत्मग्लानि की भावना उत्पन्न हो जाती है।

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अंतिम विचार

दोस्तों, आज के लेख में हमने आपको बताया कि विश्लेषण विधि क्या है, तथा विश्लेषण विधि के महत्व, अर्थ, गुण व दोष के बारे में हमने आपको सारी जानकारी दी है।

हम आशा करते हैं कि आज का यह लेख पढ़ने के पश्चात आप यह जान गए होंगे कि विश्लेषण विधि क्या है। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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