आसनोल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता देश के संविधान से ऊपर खुद को समझती हैं और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष के पास केंद्रीय सेना और सेना तक को ‘बदनाम’ किया गया और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाए गए। चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि दो मई को पश्चिम बंगाल की जनता ने उन्हें ‘भूतपूर्व मुख्यमंत्री’ का प्रमाण पत्र देने की अनुमति दी है।
नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की कई बैठकों से ममता बनर्जी की अनुपस्थिति को भी मुद्दा बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ” दीदी ” अपने अहंकार में इतनी बड़ी हो गई है कि हर कोई उन्हें अपने आगे छोटे रूप देता है। उन्होंने कहा, ” केंद्र सरकार ने कई बार कई विषयों पर बात करने के लिए बैठकें बुलाई है लेकिन दीदी कोई न कोई कारण बताकर इन सभाओं में नहीं आती हैं। कोरोनावायरस को लेकर बुलाई गई पिछली दो बैठकों में बाकी मुख्यमंत्री आए, लेकिन दीदी नहीं आईआईएन। ‘
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममदा बनर्जी पर साधा निशाना लगाया
उन्होंने कहा कि यह नहीं है, नीति आयोग के संचालन परिषद और गंगा की निकासी के लिए बुलाई गई बैठकों में भी दीदी का दर्शन नहीं हुआ। एक दो बार ना आने वाला तो समझ में आता है, लेकिन दीदी ने यही तरीका बनाया है। दीदी बंगाल के लोगों के लिए कुछ देर का समय नहीं निकाल पाती हैं। यह उन्हें समय की बर्बादी लगता है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय दल जब जांच में सहयोग या फिर भ्रष्टाचार के मामलों के लिए राज्य में आते हैं तो उन्हें रोकने के लिए मुख्यमंत्री पूरा जोर लगाते हैं जबकि अपने तोलाबाजों को कोरोना के दौरान भेजे गए राशन को लूटने की खुली छूट देते हैं। ।
उन्होंने आरोप लगाया, ” दीदी, केंद्रीय वाहिनी ही नहीं, सेना तक को बदनाम करती हैं और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाती हैं। दीदी खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती हैं। उनकी आंखों पर अहंकार का पर्दा चढ़ा हुआ है। ” मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित राजनीतिक हत्या के मामलों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की राजनीति सिर्फ विरोध और गतिरोध तक सीमित नहीं है, बल्कि ” प्रतिशोध की खतरनाक सीमा ” है। । भी कर कर गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कूचबिहार के सीतलकूची से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच एक बातचीत का कथित तौर पर क्लीप का भी प्रधानमंत्री ने जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने विश्लेषकों को भी राजनीति करने का आरोप लगाया,।
देश के संविधान से ऊपर खुद को समझने के लिए दीदी- मोदी हैं
उन्होंने कहा, ” दीदी, वोटबैंक के लिए कहां तक होनी चाहिए आप? सच्चाई यह है कि दीदी ने कूचबिहार में मारे गए लोगों की मौत से भी अपना सियासी फायदा करने की सोची। शवों पर राजनीति करने की दीदी को बहुत पुरानी आदत है। ’’ आपको बता दें कि बीजेपी की तरफ से शुक्रवार को कथित ऑड क्लिप जारी किए जाने के बाद राज्य की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। तृणमूल कांग्रेस ने AUD क्लिप को ” फर्जी ” करार दिया और कहा कि इस तरह की कभी कोई बात नहीं हुई। हालांकि, प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल के लोगों में ममता बनर्जी के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है और दो मई को दीदी की सरकार का जाना पक्का है।
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