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ई-संजीवनी पोर्टल पर सेना के पूर्व डॉक्टर आम मरीज़ों की ऑनलाइन करेंगे मदद, मुफ्त में दी जाएगी ये सेवा

ई-संजीवनी पोर्टल पर सेना के पूर्व डॉक्टर आम मरीज़ों की ऑनलाइन करेंगे मदद, मुफ्त में दी जाएगी ये सेवा

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> नई दिल्ली: कोरोना से जंग में सेना की तरफ से लड़ाई तेज कर दी गई है। अब सेना ने मेडिकल कोर के जिन पूर्व-डॉक्टर्स को वापस ड्यूटी पर बुलाया है, वे अब आम नागरिकों को भी ऑन-लाइन परामर्श देने का काम करेंगे। इस बाबत सेना ने ई-संजीवनी नाम का एक पोर्टल तैयार किया है, जहां कोरोना से जुड़ी कंसलटेंसी-सेवा मुफ्त दी जाएगी।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ई-संजीवनी पोर्टल स्वास्थ्य मंत्रालय ने मोहाली की केंद्र फॉर एडवांस ऑफ एडवांस कंपायूटिंग (सी-डैक) के साथ मिलकर तैयार किया है। कोरोना के चलते इस पोर्टल में तैनात डॉक्टर्स को कोविड से जुड़ी ड्यूटी पर लगा दिया गया है। ऐसे में सेना ने स्वास्थ्य मंत्रालय को इस पोर्टल को चलाने में हाथ बढ़ाया है।

समेकित डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) की मेडिकल ब्रांच पहले से ही सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए टेली-मेडिसन सर्विस मुहैया कराती आई है। ऐसे में आईडीएस ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर ई-संजीवनी पोर्टल चलाने का फैसला किया है। इस पोर्टल के लिए सेना ने जिन पूर्व डॉक्टर्स को ड्यूटी पर वापस बुलाया है, जबकि इन पोर्टल पर अब तैनात रहेंगे। इस पोर्टल के माध्यम से लोगों को कोरोना से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है। वे घर बैठकर ही सेना के पूर्व डॉक्टर्स से चिकित्सक-सलाह ले सकते हैं। & nbsp;

आईडीएस की डिप्टी चीफ (मेडिकल), लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानितकर ने सेना के पूर्व डॉक्टर्स को ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस पोर्टल के लिए अपना समय देने का आहवान किया है। आपको बता दें कि अब तक सेना की मेडिकल कोर के करीब 600 पूर्व डॉक्टर्स वापस ड्यूटी पर आ चुके हैं। शुक्रवार को खुद रक्षा सचिव, अजय कुमार और डीजी, एएफएमस (आर्म्ड फोर्सेज़ मेडिकल सर्विस) ने इन सभी पूर्व-डॉक्टर्स को एक सम्मेलन में संबोधित किया।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, आने वाले समय में पूर्व-डिफेंस डॉक्टर्स की एक पूरी ओपीडी बनाए जाने पर भी जा रही है।

इस बीच खबर है कि नौसेना ने ओडिशा के खुर्दा में जिला प्रशासन की मदद से 150 बिस्तर का एक पूरा को विभाजित केंद्र तैयार किया है, ताकि कोरोना से पीड़ित आम मरीजों को यहां इलाज मिल सके।

सेना की पश्चिमी कमान भी दिल्ली के करीब हरियाणा के फरीदाबाद में एक 100-बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर रही है। ये अस्पताल, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में बनाया जा रहा है। इस अस्पताल के सभी 100 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा होगी।

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