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ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं तू अभी तक है हसीं: वक्त को कर लिया है मुट्ठी में कैद, 50 की उम्र में भी 30 की लगती हैं ये हसीनाएं

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं तू अभी तक है हसीं: वक्त को कर लिया है मुट्ठी में कैद, 50 की उम्र में भी 30 की लगती हैं ये हसीनाएं

by Sneha Shukla

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं तू अब तक है हसीं: जब को कर लिया है भाग्य में कैद, 50 की उम्र में भी 30 की लगती हैं ये हसीनाएं हैं।

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