देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल ब्रांडों की मांग में कमी पैदा कर दी है। एक तो मांग में कमी और दूसरे कंपनोंट की सप्लाई की दिक्कतों की वजह से ज्यादातर हैंडसेट कपंनियों अपना खाद्यान्न जमा कर रहे हैं। कंपोनेंट की सप्लाई में कमी के साथ लॉकडाउन की वजह से कामगार भी फैक्ट्रियों में कम आ पा रहा है। इसकी वजह से कई हैंडसेट कंपनियों ने प्रोडक्शन घटाने का फैसला किया है और कई अभी तक इस तरह चल रहे हैं।
लावा सहित कई कंपनियों ने गया प्रोडक्शन को शामिल किया
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक खबर के मुताबिक लावा इंटरनेशनल, ट्रांसिन होल्डिंग्स, डॉएम टेलीकॉम इकविपमेंट, वीडियोटैक्स इंटरनेशनल वीरा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियों को विभाजित -19 की दूसरी लहर की वजह से अपना प्रोडक्शन 50 फीसदी कम रही हैं। कुछ कंपोनेंट और डिवाइस मेकर्स ने तो सात से दस दिन तक अपने प्लांट बंद कर दिए हैं। इनमें टीएमबी बैटरी, गैप इलेक्ट्रॉनिक्स, सेलकॉम्प, जाबिल, सुनवोडा इलेक्ट्रॉनिक्स, जेएसपी इलेक्ट्रॉनिक्स, बेग गुआंगझू डे टेक्नोलॉजीज, रश्मि रेयर अर्थ, सहस्रा इलेक्ट्रॉनिक्स और वीवीडीएन जैसी कंपनियां शामिल हैं।
कई प्लांट्स में सात से दस दिनों के लिए काम बंद है
इन कंपनियों में से कइयों के वकीलों ने बताया कि कामगारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए कई प्लांट्स में सात से दस दिन के लिए प्रोडक्शन बंद कर दिया गया है। नए फोन की कॉन्ट्रैक्टर और कंपनी लावा ने कंज्यूमर डिमांड में अनिश्चितता को देखते हुए अगले कुछ दिनों तक अपना प्रोडक्शन बंद रखने का फैसला किया है। डेक्सॉन टेक्नोलॉजीज ने आपके पास लाइट लाइटिंग प्लांट बंद कर दिया है। इन कंपनियों को मांग में इजाफा होता नहीं दिख रहा है। इसलिए खादर बंद करने का फैसला किया गया है।
टेलीकॉम कंपनियों को मिली 5 जी टेक्नोलॉजीज के ट्रायल की अनुमति, चीनी कंपनियों में शामिल नहीं
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