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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को यह साफ कर दिया कि राजधानी में चल रही को विभाजित -19 महामारी की लहर पिछली लहरों की तरह गंभीर नहीं है और इसलिए किसी भी तरह के लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। हम स्थिति की समीक्षा करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो इस पर बातचीत के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
केजरीवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि राजधानी में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार सतर्क है और संक्रमण रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। राजधानी में बढ़ते को विभाजित -19 मामलों को देखते हुए स्थिति की समीक्षा के लिए केजरीवाल के आवास पर शुक्रवार को एक इमरजेंसी बैठक बुलाई गई थी। बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हैं।
हम मास लेवल पर कोविडेक लगाने की छूट मिले
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अब तीन महीने से कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब साइड इफेक्ट का खतरा कम हो गया है। केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है। बैठक की बैठक में बढ़ते रोगियों की संख्या को देखते हुए अस्पताल में बिस्तर बढ़ाने से लेकर एएरेन्स, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर बिस्तर बढ़ाने को लेकर चर्चा का दौर है। इसका प्लान तैयार हो गया है।
केजरीवाल ने कहा कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों से अपील की जाती है कि वह पहने पहनें और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और कोविड का टीका जरूर लगवाएं।
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